पीरियड्स के दौरान आंख और नाक से आता है खून? हो सकती है यह बीमारी
क्या है खबर?
पीरियड्स महिलाओं को होने वाली मासिक समस्या है, जिसके दौरान गर्भाशय से खून निकलता है।
यह खून गुप्तांग से होते हुए शरीर से बाहर आता है, जिस दौरान महिलाओं को पेट में दर्द जैसी कई समस्याएं झेलनी पड़ती हैं।
पीरियड्स तो हर महिला को होते हैं, लेकिन इसके दौरान कुछ महिलाओं की आंख, नाक और अन्य अंगों से भी खून आना शुरू हो जाता है।
इस स्थिति को विकेरियस मासिक धर्म कहते हैं, जिसके बारे में आज हम चर्चा करेंगे।
मतलब
क्या होता है विकेरियस मासिक धर्म?
विकेरियस मासिक धर्म एक दुर्लभ स्थिति है, जिसमें पीरियड्स के दौरान गर्भाशय के अलावा भी कई अंगों से खून निकलना शुरू हो जाता है।
इसके कारण महिलाओं की आंख, नाक, त्वचा, कान और यहां तक कि फेफड़ों से भी खून आ सकता है। यह परेशानी आमतौर पर पीरियड्स के दौरान या उनके शुरू होने से 48 घंटों के भीतर होती है।
साथ ही, यह समस्या 30 से 40 की उम्र में हो सकती है।
कारण
आखिर क्यों होती है यह परेशानी?
पीरियड्स के दौरान एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन में उतार-चढ़ाव होता है, जिससे रक्त वाहिकाएं कमजोर हो जाती हैं।
इस हार्मोनल असंतुलन के कारण विकेरियस मासिक धर्म की समस्या हो सकती है। कुछ महिलाओं में एक्टोपिक एंडोमेट्रियल नामक ऊतक के कारण फेफड़ों से खून बहता है, जो एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन की प्रतिक्रिया से प्रभावित हो जाता है।
इसके अलावा, खून जमने और कमजोर वाहिकाओं के कारण भी यह परेशानी उत्पन्न हो सकती है।
लक्षण
इस परेशानी के दौरान नजर आते हैं ये लक्षण
अगर हर महीने पीरियड्स के समय आपकी नाक से खून बहता है तो यह विकेरियस मासिक धर्म का शुरूआती लक्षण हो सकता है।
इसके अलावा, आखों से खून आना या आसुओं की जगह खून निकलना भी इस बीमारी के संकेत हैं। साथ ही, दांत, मसूड़ों, त्वचा, मल या कान से खून निकलना भी इसी बीमारी के लक्षण होते हैं।
इसके दौरान खांसी आने पर मुंह से भी खून निकल सकता है और आपको कमजोरी भी आ सकती है।
उपचार
कैसे हो सकता है इस बीमारी का उपचार?
विकेरियस मासिक धर्म का उपचार इसके कारण पर निर्भर करता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं कि एस्ट्रोजन-प्रोजेस्टेरोन गर्भनिरोधक गोलियां हार्मोन को विनियमित करने और इस बीमारी का इलाज करने में मदद कर सकती हैं।
इसके अलावा, कुछ प्रकार की दवाइयां भी इसके लक्षणों को कम कर सकती हैं। हालांकि, बिना डॉक्टर को दिखाए और उनकी राय लिए किसी भी प्रकार की दवाइयां न खाएं।
अगर दवाइयों से असर नहीं होता है तो डॉक्टर सर्जरी करवाने की भी सलाह देते हैं।