राजस्थान में मौजूद हैं ये 5 शाही किले, एक बार जरूर करें यात्रा
राजस्थान अपने राजसी महलों, शाही किले और स्मारकों की खूबसूरत वास्तुकला के लिए जाना जाता है। सदियों तक राज्य पर शासन करने वाले राजपूतों ने अपने शासनकाल के दौरान यहां कई किले और महल बनवाए हैं, जो आज भी शान से खड़े हैं। ये किले राज्य की सांस्कृतिक विरासत को बखूबी संजोए हुए हैं, इसलिए आपको यहां की यात्रा जरूर करनी चाहिए। आइये आज ट्रेवल टिप्स में राजस्थान के 5 शादी किले के बारे में जानते हैं।
जयपुर में एम्बर किला
जयपुर से 11 किमी दूर एम्बर शहर में माओती झील के सामने पहाड़ी पर एम्बर किला स्थित है। इसका निर्माण राजा मान सिंह द्वारा 1592 में शुरू करवाया गया था। राजस्थानी वास्तुकला को दर्शाने के लिए इस किले को लाल बलुआ पत्थर और सफेद संगमरमर का इस्तेमाल करके बनाया गया है और इसमें कुछ रहस्यमयी भूमिगत सुरंगें भी हैं। इस किले के शानदार आकर्षण शीश महल, दीवान-ए-आम और दीवान-ए-खास हैं।
सवाई माधोपुर में रणथंभौर किला
राजस्थान के सवाई माधोपुर में रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान में स्थित रणथंभौर किले का निर्माण 10वीं शताब्दी में चौहान शासकों द्वारा किया गया था। यह किला दो पहाड़ियों पर बना है और प्रवेश द्वार एक सीढ़ी से होकर जाता है। यहां आकर आप बादल महल, हम्मीर का दरबार, शिव मंदिर, जोगी महल और रामलालजी मंदिर देख सकते हैं। इसके अलावा यहां की यात्रा के दौरान जंगल सफारी का भी आनंद लिया जा सकता है।
चित्तौड़गढ़ में चित्तौड़गढ़ किला
चित्तौड़गढ़ किला राज्य की सबसे पुरानी संरचनाओं में से एक है, जिसके साथ बहुत सारा इतिहास जुड़ा हुआ है। 7वीं शताब्दी में बना यह किला समुद्र तल से 180 मीटर ऊपर स्थित है और यह 700 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है। इसे यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल भी घोषित किया जा चुका है। इसके अंदर लगभग 22 जल निकाय हैं। रानी पद्मिनी ने अपने सम्मान की रक्षा के लिए यहीं जौहर किया था।
बीकानेर में जूनागढ़ किला
1594 में महाराजा राव बीका ने बीकानेर में जूनागढ़ किला का निर्माण करवाया था। यह किला राजपूत, मुगल और गुजराती परंपराओं के प्रभाव सहित वास्तुकला शैलियों के उल्लेखनीय मिश्रण के लिए प्रसिद्ध है। 7 शानदार द्वारों वाले इस किले में कई मंडप और हिंदू और जैन, दोनों मंदिर हैं। किले में लाल और सुनहरे बलुआ पत्थरों से बनी पत्थर की नक्काशी भी है। बीकानेर घूमने जाएं तो वहां इन चीजों का लुत्फ भी जरूर उठाएं।
बूंदी में तारागढ़ किला
बूंदी में एक पहाड़ी पर 500 मीटर की ऊंचाई पर तारागढ़ किला स्थित है। इसका निर्माण 1,354 ईस्वी में राजा अजयपाल चौहान के शासनकाल में राव सिंह बार ने करवाया था। इस किले को स्टार किला भी कहा जाता है और इसके प्रवेश द्वार पर हाथियों की सुंदर पत्थर की मूर्तियां हैं। किले में कुल 3 मुख्य प्रवेश द्वार हैं, जिनके नाम गागुड़ी की फाटक, फूटा दरवाजा और लक्ष्मी पोल हैं।