#NewsBytesExplainer: क्या है पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थियों की बस्तियां ध्वस्त करने का मामला, जिसमें फंसीं टीना डाबी?
राजस्थान के जैसलमेर की जिलाधिकारी टीना डाबी नए विवाद में फंस गई हैं, जिसे लेकर उनके खिलाफ कार्रवाई भी हो सकती है। दरअसल, 2016 बैच की IAS अधिकारी टीना ने यहां अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाते हुए कुछ अस्थायी बस्तियों को ध्वस्त किया था। इस कार्रवाई को लेकर राजस्थान की सियासत गरमाई हुई है और राजस्थान सरकार के एक मंत्री ने अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। आइए जानते हैं कि आखिर ये पूरा मामला क्या है।
क्या है मामला?
16 मई को जैसलमेर की जिलाधिकारी टीना ने अमरसागर ग्राम पंचायत क्षेत्र में रह रहे पाकिस्तान से विस्थापित हिंदुओं की 50 से अधिक अस्थायी बस्तियों को अतिक्रमण अभियान के तहत ध्वस्त कर दिया था। प्रभावित शरणार्थियों का आरोप है कि राजस्थान सरकार ने पाकिस्तानी शरणार्थी हिंदुओं को सरकारी जमीन से बेदखल करने का आदेश दिया। हालांकि, जिला प्रशासन का कहना है कि जो अतिक्रमण हटाया गया है, वह हाल के दिनों में किया गया था।
जिला प्रशासन ने क्यों की कार्रवाई?
पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थियों को राजस्थान सरकार द्वारा भूमि के पट्टे आवंटित किये जाते हैं, लेकिन बिना किसी आवंटन के सरकारी भूमि पर बस्ती बनाकर रहना अवैध है। इसी अवैध अतिक्रमण के खिलाफ जिला प्रशासन ने अभियान चलाया था। प्रशासन की इस कार्रवाई के बाद पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थियों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था और वह धरने पर बैठ गए थे। हालांकि, प्रशासन द्वारा भूमि आवंटन किये जाने के आश्वासन के बाद उन्होंने धरना समाप्त कर दिया।
स्थानीय लोगों का क्या कहना है?
लंबे समय से जिला प्रशासन को अमरसागर में पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थियों द्वारा अतिक्रमण किये जाने की शिकायत मिल रही थी। अमरसागर सरपंच और अन्य लोगों ने कहना है कि पाकिस्तानी शरणार्थियों ने यहां सरकारी भूमि और तालाब क्षेत्रों पर अतिक्रमण कर लिया है। उनका आरोप है कि भू-माफिया द्वारा इन्हें बसाया गया और 100 से अधिक परिवारों ने यहां तालाब के किनारे की भूमि पर अवैध रूप से कच्चे मकान बना लिये थे, जिसके बाद प्रशासन ने कार्रवाई की।
सरकार ने क्या कहा?
राजस्थान सरकार के मंत्री प्रताप खाचरियावास ने घटना पर कहा, "अधिकारियों ने गलत किया। उन्हें इसका जवाब देना होगा और उनके ऊपर कार्रवाई की जाएगी। जैसलमेर में पाकिस्तान से आए हिंदू खाली जमीन पर रह रहे हैं। राज्य सरकार की ओर से उन्हें दस्तावेज भी दिया जा रहा है।" खाचरियावस ने कहा, "सरकार के हिसाब से किसी को भी पुनर्वासित किए बिना बेदखल नहीं किया जा सकता। ये गंभीर मामला है और जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई होगी।"
सभी शरणार्थियों को आवंटित की जाएगी भूमि
जिलाधिकारी टीना ने कहा, "पाकिस्तानी शरणार्थी जिन्हें नागरिकता मिली हुई है, उन्हें भूमि आवंटित की जाएगी। जिन्हें नागरिकता नहीं मिली है, उनकी पहचान कर उन्हें बसाया जाएगा। उन्हें भी भूमि आवंटित की जाएगी।"
टीना डाबी ने कार्रवाई को लेकर क्या कहा?
जैसलमेर की जिलाधिकारी टीना ने आरोपों को लेकर कहा, "हमने 5 अप्रैल को एक सर्कुलर जारी किया था। हम उन्हें समझाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन कई लोग नहीं माने। वे जिस जगह पर रह रहे थे, वह पहले से ही दूसरों को आवंटित हो चुकी है।" उन्होंने कहा कि सभी प्रभावितों से बात की गई है और उन्हें तब तक आश्रय गृहों में रखा जाएगा, जब तक उन्हें भूमि का उचित आवंटन नहीं मिल जाता।
कौन हैं टीना डाबी?
IAS अधिकारी टीना का जन्म 9 नवंबर, 1993 को मध्य प्रदेश के भोपाल शहर में हुआ था। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के लेडी श्रीराम कॉलेज से स्नातक किया है। 2015 में टीना ने महज 22 साल की उम्र में UPSC की परीक्षा में टॉप किया था। 2018 में टीना ने अपने साथी IAS अतहर आमिर खान से शादी की थी, लेकिन उनका रिश्ता टूट गया। इसके बाद टीना ने 2022 में IAS प्रदीप गांवडे से दूसरी शादी की।