सिक्किम जाने का इरादा है तो जरूर करें इन 5 जगहों की यात्रा
सिक्किम प्राकृतिक सुंदरता वाला एक ऐसा गंतव्य है, जो हरे-भरे जंगलों, बर्फ से ढके पहाड़ों, खूबसूरत गांवों, झरनों, समृद्ध वनस्पतियों और जीवों से घिरा हुआ है। अगर आप इन छुट्टियों में सिक्किम की यात्रा के बारे में सोच रहे हैं तो इस बार आपको वहां की सामान्य जगहों के अलावा कुछ कम प्रसिद्ध जगहें की यात्रा जरूर करनी चाहिए। वहां आपको सुकून भरा एहसास होगा। आइये आज सिक्किम में मौजूद 5 कम प्रसिद्ध जगहों के बारे में जानते हैं।
जोंगू
उत्तरी सिक्किम में स्थित जोंगू गर्म पानी के झरनों, बर्फीले ठंडे नाले और अद्वितीय वनस्पतियों और जीवों से भरे घने जंगलों से भरा हुआ है। यहां की खूबसूरती मंत्रमुग्ध कर देने वाली है। यह जगह 1960 के दशक से लेपचाओं के लिए चिह्नित प्राकृतिक आवास के रूप में काम करती है। यहां पर होने वाले नमसोंग महोत्सव देखने के लिए दिसंबर से जनवरी के बीच यात्रा करें। यह महोत्सव लेपचा की जीवनशैली को दर्शाता है।
कालापत्थर
समुद्र तल से 4,526 मीटर की ऊंचाई पर स्थित कालापत्थर उत्तरी सिक्किम में गुरुडोंगमार झील के रास्ते में एक दर्शनीय स्थल है। तिब्बती खानाबदोश अपने याक को चराने के लिए अक्सर इस जगह पर आते हैं। यह जगह मंत्रमुग्ध कर देने वाले दृश्यों, काली चट्टानों और राजसी बर्फ से ढके पहाड़ों से घिरी हुई है। इसके अलावा बर्फ का अनुभव करने के लिए यह एक बेहतरीन जगह है क्योंकि यह लगभग पूरे वर्ष बर्फ से ढका रहता है।
बार्सी
सिक्किम का एक छोटा-सा गांव बार्मी समुद्र तल से 3,049 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, जिसमें लोकप्रिय रोडोडेंड्रोन अभयारण्य है। यह अभयारण्य सिंगालीला रेंज के साथ 104 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। यहां घूमने का सबसे अच्छा समय अप्रैल और मई के बीच का माना जाता है। इस दौरान आप वहां साफ नीले आसमान के साथ पूरी तरह से खिले हुए रोडोडेंड्रोन के पेड़ देख सकते हैं। सिक्किम की ये जगहें भी हैं आकर्षण का केंद्र।
डोमांग घाटी
सिक्किम से 14 किलोमीटर की दूरी पर समुद्र तल से 2,743 से 3,810 मीटर की ऊंचाई पर स्थित डोमांग घाटी प्रकृति प्रेमियों के लिए एक बेहतरीन जगह है। यहां आपको अपने चारों ओर बहती पानी की धाराएं, बर्फ से ढकी चोटियां और हरी-भरी हरियाली देखने को मिलती है। इसके अलावा आपको घाटी के चारों ओर आसपास के खेतों के साथ छोटे लकड़ी के कॉटेज भी देखने को मिलेंगे। वाकई यहां का दृश्य सुकून का अहसास दिलाता है।
लशर
उत्तरी सिक्किम में समुद्र तल से 4,000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित लशर एक ऐसा गंतव्य है, जिसके बारे में पर्यटकों को ज्यादा जानकारी नहीं है। लशर घाटी खानाबदोश तिब्बती डोकपाओं का घर है, जिन्होंने सैकड़ों वर्षों से याक चरवाहों के रूप में काम किया है। भगवान बुद्ध के चार महान सत्य के पहले उपदेश का सम्मान करने के लिए लशर घाटी हर साल द्रुक्पा त्शेची महोत्सव की मेजबानी भी करता है।