कोविड-19: 84 प्रतिशत स्कूलों के छात्रों ने मनपसंद विश्वविद्यालय में पढ़ने का निर्णय बदला- रिपोर्ट
क्या है खबर?
कोविड -19 महामारी ने लगभग सभी लोगों के जीवन को प्रभावित किया है।
इस महामारी का असर दुनिया भर में छात्रों के इस निर्णय पर भी पड़ा है कि वह स्कूल से पढ़ाई पूरी करने के बाद उच्च शिक्षा के लिए किस विश्वविद्यालय में पढ़ने जाएंगे।
कैम्ब्रिज इंटरनेशनल के वार्षिक डेस्टिनेशन सर्वे के अनुसार, 84 प्रतिशत स्कूलों ने बताया कि उनके कई छात्रों ने अपनी पहली पसंद के विश्वविद्यालय के बारे में अपना विचार बदल दिया है।
यात्रा
62 प्रतिशत स्कूलों के छात्रों ने घर से दूर यात्रा से बचने के कारण लिया निर्णय
सर्वे में पाया गया कि पांच में से तीन (62 प्रतिशत) स्कूलों ने कहा कि उनके कुछ छात्रों ने अनिश्चितता के कारण विश्वविद्यालय में एडमिशन लेट या स्थगित कर दिया और वे घर से दूर यात्रा से बचना चाहते थे।
वहीं 43 प्रतिशत ऐसे स्कूल थे जिनके छात्रों ने अपनी पसंदीदा जगह पर कोविड के ज्यादा प्रभाव के कारण उस विश्वविद्यालय में अध्ययन करने की अपनी योजना बदल दी।
जागरूक
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिलने वाले पाठ्यक्रमों के बारे में छात्र हो रहे जागरूक
शोध में पाया गया कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिलने वाले विभिन्न पाठ्यक्रमों के विकल्पों के बारे में छात्र अब अधिक जागरूक हो रहे हैं।
जब सर्वे में यह जानने की कोशिश की गयी कि विदेश में छात्र किस देश में जाकर पढ़ना चाहते हैं, तब 76 प्रतिशत ने प्रतिष्ठा के कारण यूनाइटेड किंगडम को चुना, जबकि 73 प्रतिशत ने कनाडा को चुना क्योंकि यह भविष्य के नौकरी के अवसरों के लिए सबसे आकर्षक देश है।
डाटा
सबसे ज्यादा पसंद किया गया तुर्की
छात्रों ने सर्वे में छात्रवृत्ति और फंडिंग पर चिंता जताई क्योंकि वे अध्ययन के लिए कम लागत वाले विश्वविद्यालयों को ढूंढ़ रहे हैं। सर्वेक्षण में पैसे के हिसाब से तुर्की को सबसे अधिक 62 प्रतिशत पसंद किया गया, वहीं उसके बाद नीदरलैंड (61 प्रतिशत) रहा।
भारत
भारत में देश में ही उच्च शिक्षा पाठ्यक्रम का चयन कर रहे छात्र
भारत में अधिकांश छात्र अभी भी भारतीय विश्वविद्यालयों में उच्च शिक्षा पाठ्यक्रम का चयन कर रहे हैं, इसके बाद संयुक्त राज्य अमेरिका और युनाइटेड किंगडम जैसे अंतर्राष्ट्रीय स्थान का चयन कर रहे हैं।
सर्वे के अनुसार, भारतीय छात्रों ने इन देशों के अलावा कनाडा और आस्ट्रेलिया के विश्वविद्यालयों में भी उच्च शिक्षा पाठ्यक्रमों की पढ़ाई के लिए एडमिशन की इच्छा जताई है।
वहीं, 66 प्रतिशत ने विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा को महत्व देते हुए अमेरिकी विश्वविद्यालय चुनने का निर्णय किया।
तुर्की
यात्रा प्रतिबंधों के कारण केवल अमेरिका जाने वाले छात्रों में आई गिरावट
अध्ययन से यह भी पता चला है कि विभिन्न देशों द्वारा लगाए गए यात्रा प्रतिबंधों ने छात्रों के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम जैसे कुछ पारंपरिक गंतव्यों की यात्रा करना मुश्किल बना दिया।
उदाहरण के लिए, केवल 17 प्रतिशत छात्रों ने अमेरिका को अपने पसंदीदा गंतव्य के रूप में चुना। यदि इसकी 2019 से तुलना की जाए तो इस स्थिति में 34 प्रतिशत की गिरावट हुई है।