पैरों के दर्द से हो गए हैं परेशान? राहत के लिए इन योगासन का करें अभ्यास
काम की वजह से लगातार इधर-उधर भागते रहने या ऊंची एड़ी के सैंडल पहनने जैसे कई कारणों से पैरों में दर्द की समस्या हो जाती है। इससे राहत पाने के लिए कई लोग पैरों का मालिश करते हैं, लेकिन इसके बाद भी अगर पैरों में लंबे समय से दर्द बरकरार रहता है तो इसके लिए योग का विकल्प चुनें। ऐसे कई योगासन हैं, जो पैरों के दर्द से राहत दिलाते हुए उनकी मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं।
अधोमुख श्वानासन
इस योग आसन के अभ्यास के लिए सबसे पहले योगा मैट पर वज्रासन की मुद्रा में बैठ जाएं। अब सामने की तरफ झुकते हुए अपने हाथों को जमीन पर रखें और गहरी सांस लेते हुए कमर को ऊपर उठाएं। इस दौरान घुटनों को सीधा करके सामान्य रूप से सांस लेते रहें। इस अवस्था में शरीर का पूरा भार हाथों और पैरों पर होना चाहिए। यह आपके पैरों की मांसपेशियों को फैलाता है और उन्हें दर्द से राहत दिलाता है।
वृक्षासन
वृक्षासन के लिए दोनों पैरों को आपस में जोड़ते हुए सावधान मुद्रा में खड़े हो जाएं। अब शरीर का संतुलन बनाते हुए बाएं पैर का तलवा दायीं जांघ पर रख लें। इसके बाद अपने हाथों को सिर के ऊपर ले जाते हुए नमस्कार की अवस्था में आ जाएं। यह आपके पैरों की मांसपेशियों को मजबूत और लचीलेपन में सुधार करने में मदद करेगा। वृक्षासन का अभ्यास शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है।
विपरित करणी
यह योग बेहद आसान है और इसे करने से पैरों से थकान और दर्द कम हो सकता है। सबसे पहले एक दीवार के पास बैठें और फिर योगा मैट पर लेट जाएं। अब कूल्हों को दीवार के पास ले जाएं और फिर पैरों को सीधा ऊपर उठाएं। इस दौरान दोनों हाथों को बगल में रखें और अपना ध्यान सांस पर रखें। कुछ मिनट तक इसी स्थिति में रहें और फिर सामान्य हो जाएं।
वीरासन
इस योगासन के लिए सबसे पहले योगा मैट पर वज्रासन की मुद्रा में पीठ सीधी करके बैठ जाएं। अब धीरे-धीरे पैरों के तलवों को फैलाएं और अपने कूल्हों को दोनों पैरों के बीच में से जमीन पर टिकाने की कोशिश करें। इसके बाद दोनों हाथों को सीधा तान कर घुटनों पर रख लें। इस दौरान अपने कंधों को आराम की मुद्रा में रखें। यह योगासन पैरों के दर्द से राहत दिलाने में मददगार है।
मंडूकासन
सबसे पहले योगा मैट पर वज्रासन की अवस्था में बैठ जाएं और फिर दोनों हाथों से मुठ्ठी बनाकर इन्हें अपनी नाभि के पास रख लें। अब सांस छोड़ते हुए आगे की ओर इस तरह से झुकें कि नाभि पर मुठ्ठी का ज्यादा से ज्यादा दबाव पड़े। इस दौरान सिर और गर्दन ऊपर उठाए रखें। थोड़ी देर तक इसी मुद्रा में रहने के बाद सामान्य स्थिति में वापस आ जाएं। मंडूकासन के अभ्यास से ये अन्य फायदे भी मिलते हैं।