आंध्र प्रदेश की राजधानी अमरावती में स्थित हैं ये 5 खूबसूरत पर्यटन स्थल, जरूर करें रुख
आंध्र प्रदेश की राजधानी अमरावती एक समृद्ध सांस्कृतिक इतिहास वाला शहर है, जो अपनी आधुनिक जीवनशैली के साथ-साथ विरासत को भी पूरी तरह संतुलित रखे हुए है। यह खूबसूरत शहर कई दर्शनीय स्थलों, प्राचीन किलों, नव विकसित बाजारों, दुनिया के कुछ सबसे पुराने मंदिरों और संग्रहालयों का घर है। आइए आज हम आपको अमरावती के 5 प्रमुख पर्यटन स्थलों के बारे में बताते हैं, जहां जाकर आप अपनी छुट्टियों का लुत्फ उठा सकते हैं।
अमरेश्वर मंदिर
अमरेश्वर मंदिर को अमरलिंगेश्वर स्वामी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है, जो भगवान शिव को समर्पित है। कृष्णा नदी के तट पर स्थित यह मंदिर द्रविड स्थापत्य शैली में बना है। किंवदंतियों के अनुसार, भगवान शिव ने यहां स्वयं अपने हाथों से शिवलिंग स्थापित किया था। पुराणों में इस स्थान को महारूद्र मेरू कहा गया है। यहां जानिए आंध्र प्रदेश के कर्नूल में स्थित पर्यटन स्थल।
ध्यान बुद्ध स्टैच्यू
ध्यान बुद्ध स्टैच्यू भारत की सबसे ऊंची बुद्ध प्रतिमाओं में से एक है। 125 फीट ऊंचा यह स्टैच्यू कृष्णा नदी के तट पर स्थित है। कंक्रीट और पत्थर से बनी इस विशाल मूर्ति को गुंटूर समान के निदेशक आर. मल्लिकार्जुन राव ने बनवाया था। यह प्रतिमा चारों ओर से एक थीम पार्क ने घिरी हुई है, जिसमें 300 छोटी बुद्ध मूर्तियां हैं। पार्क के परिसर में एक सेमिनार हॉल, 20 लक्जरी सुइट्स और एक अंतरराष्ट्रीय बौद्ध अध्ययन केंद्र भी है।
अमरावती संग्रहालय
अमरावती संग्रहालय आंध्र प्रदेश के लोकप्रिय संग्रहालयों में से एक है, जिसमें 2000 साल पुरानी बौद्ध बस्ती के खंडहरों के साथ-साथ इसके आस-पास की जगह से एकत्र चीजों का संग्रह है। इस संग्रहालय के पहली गैलरी में उस समय के शिल्पकारों द्वारा बनाई गई कलाकृतियां प्रदर्शित की गई है, जबकि दूसरी गैलरी में भगवान बुद्ध की एक लंबी और कांस्य प्रतिमा है। यह प्रतिमा 8वीं शताब्दी ईस्वी की है।
विजयवाडा
विजयवाडा भी एक प्रमुख आकर्षण का केंद्र है, जो अपने पर्यटक स्थलों के अलावा स्वादिष्ट आम, विभिन्न तरह की मिठाइयों और अपने सुहाने मौसम के लिए बहुत ज्यादा प्रसिद्ध हैं। बता दें कि विजयवाडा में दक्षिण भारत का सबसे बड़ा रेलवे जंक्शन है। विजयवाडा आकर आप यहां की ऐतिहासिक गुफाओं, कोंडापल्ली फोर्ट, कनक दुर्गा मंदिर, भवानी द्वीप प्रकाशम, गांधी पार्क आदि जगहों की सैर करके अपनी यात्रा को आनंदमय बना सकते हैं।
कोंडावीडु किला
कोंडावीडु किला एक ऐतिहासिक पहाड़ी किला है। लगभग 1700 फीट की ऊंचाई पर स्थित यह किला 12वीं शताब्दी का है, जिसमें विशाल गोदाम, अन्न भंडार और कुएं शामिल हैं। किले में 2 प्रवेश द्वार हैं, जिनमें से एक को कोलेपल्ली दरवाजा और दूसरे को नाडेला दरवाजा कहा जाता है और ये ग्रेनाइट पत्थर से बने हुए हैं। इस किले में एक विशाल शिलालेख भी है, जो पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है।