दिल्ली के सबसे प्रसिद्ध मंदिर, जहां हमेशा लगा रहता है भक्तों का तांता
देश की राजधानी दिल्ली आज भी अपने इतिहास की तरह खूबसूरत है। बात अगर यहां मंदिरों की करें तो ऐसे कई मंदिर हैं, जो अपने शांत वातावरण के साथ-साथ अपनी सुंदर बनावट से आपको मंत्रमुग्ध कर सकते हैं। अगर आप दिल्ली घूमने के लिए निकले हैं या दिल्ली घूमने का प्लान बना रहे हैं तो क्यों न इसकी शुरुआत यहां के मंदिरों से की जाए? चलिए फिर दिल्ली के प्रसिद्ध मंदिरों के बारे में जानते हैं।
कालकाजी मंदिर
देवी काली को समर्पित यह मंदिर दिल्ली के दक्षिणी भाग में स्थित है। ऐसा माना जाता है कि यहां दिखाई देने वाली देवी की छवि स्वयं प्रकट हुई है। वहीं, पौराणिक कथा की मानें तो इसी जगह मां काली ने राक्षसों का संहार किया था, इसलिए मंदिर को सिद्ध पीठ और जयंती काली पीठ के नाम से भी जाना जाता है। नवरात्रि के दौरान कालकाजी मंदिर में लाखों की संख्या में भक्तों का तांता लगा रहता है।
छतरपुर मंदिर
मां दुर्गा के नौ अवतारों में से एक देवी कात्यायनी को समर्पित यह मंदिर भी दक्षिणी दिल्ली में स्थित है और इसकी स्थापना बाबा संत नागपाल जी ने 1974 में की थी। लगभग 70 एकड़ में फैला यह मंदिर दिल्ली के सबसे खूबसूरत और शानदार मंदिरों में शुमार है। वहीं, इस मंदिर में विशाल पेड़ है, जहां लोग मन्नत का धागा, चुनरी या चूड़ी बांधते हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से मन्नत जल्दी पूरी होती है।
प्राचीन हनुमान मंदिर
हनुमान जी का यह मंदिर कनॉट प्लेस में स्थित है। इस मंदिर की सबसे खास बात है कि यहां राम मंत्र- 'श्री राम, जय राम, जय जय राम' का जाप 1 अगस्त 1964 से लगातार किया जा रहा है, जिस वजह से इस मंदिर का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है। मंदिर की बनावट की बात करें तो इसके पिलर्स पर सुंदरकांड की चौपाइयां खुदी हुई हैं और छत पर भगवान राम की कई तस्वीरें हैं।
अक्षरधाम मंदिर
भगवान स्वामीनारायण को समर्पित यह मंदिर हिंदू धर्म और प्राचीन संस्कृति को दर्शाता है। खास बात तो यह है कि इस मंदिर का नाम दुनिया के सबसे बड़े हिंदू मंदिर के रूप में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है। दिल्ली में बना अक्षरधाम मंदिर भारत का प्रमुख आकर्षण का केंद्र है, जिसमें 141 फीट ऊंचे, 350 फुट लंबे और 315 फीट चौड़े स्मारक हैं। मंदिर में नक्काशीदार दीवारें और अच्छी वास्तुकला की छत हैं।