ब्रह्म मुहूर्त: जानिए सुबह के इस समय का महत्व और इसके फायदे
अममून आपने अपने बड़े-बुजुर्गों को यह कहते हुए सुना होगा कि सूर्यादय से पहले यानी ब्रह्म मुहूर्त में जागना अच्छा होता है, लेकिन क्या आप इसका कारण जानते हैं? दरअसल, ऐसा माना जाता है कि सूर्य की पहली किरण पृथ्वी पर आने से पहले ही बिस्तर छोड़ देने से व्यक्ति को कई तरह के शारीरिक और मानसिक लाभ मिल सकते हैं। आइए आज हम आपको ब्रह्म मुहूर्त के महत्व और इसके फायदों के बारे में विस्तार से बताते हैं।
ब्रह्म मुहूर्त क्या है?
रात्रि के अंतिम प्रहर के बाद और सूर्यादय से पहले के समय को ब्रह्म मुहूर्त कहा जाता है। बता दें कि यह समय सुबह के 4 बजे से लेकर 05:30 बजे तक के बीच का होता है। हिंदू धर्म से जुड़े शास्त्रों में ब्रह्म मुहूर्त को बेहद खास और शुभ माना गया है क्योंकि इनके अनुसार ब्रह्म मुहूर्त में जागने से आत्मा का शुद्धिकरण होता है और सकारात्मकता भी बढ़ती है। इसके अतिरिक्त, इससे दिमाग शांत रहता है।
ब्रह्म मुहूर्त में जागने से मिलने वाले फायदे
ब्रह्म मुहूर्त खुद को सकारात्मकता से भरने का सही समय है। यह वह समय है, जब आप आत्म-जागरूकता प्राप्त कर सकते हैं। इस दौरान दिमाग की ज्ञान सोखने की क्षमता बहुत बढ़ जाती है, इसलिए शायद छात्रों को सुबह के समय जल्दी उठकर पढ़ने की सलाह दी जाती है। सुबह की इस समय अवधि में उठने से शरीर में ऊर्जा स्तर बढ़ता है, रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर रहती है और मानसिक विकारों से छुटकारा मिलता है।
ब्रह्म मूहर्त के समय करें ये काम
अगर आप ब्रह्म मुहूर्त के समय उठते हैं तो सबसे पहले मेडिटेशन और कुछ योगासनों का अभ्यास करें क्योंकि इस समय का वातावरण बहुत शांत होता है। वहीं, आप चाहें तो ब्रिस्क वॉक आदि एक्सरसाइज भी कर सकते हैं। इसके बाद आप चाहें तो कोई अच्छी किताब या फिर अखबार आदि पढ़ सकते हैं, फिर आप अपने दिनभर के कामों की एक लिस्ट बनाएं। अगर ब्रह्म मुहूर्त खत्म होने पर है तो नहा-धोकर तैयार हो जाए।
ब्रह्म मूहर्त के दौरान न करें ये काम
कुछ ऐसे काम भी हैं, जिन्हें ब्रह्म मुहूर्त की अवधि के दौरान करने से बचना चाहिए, जैसे:- सुबह की इस समय अवधि के दौरान कुछ भी खाने से बचें क्योंकि इससे बीमार होने की संभावना बढ़ जाती है। इसके अतिरिक्त, ब्रह्म मुहूर्त के दौरान किसी भी ऐसी बात को सोचने से बचें, जिससे आपको तनाव हो सकता है क्योंकि इससे आपका पूरा दिन प्रभावित होगा। इसके साथ ही ब्रह्म मुहूर्त के बाद अधिक देर तक सोने से बचें।