स्ट्रेप थ्रोट बनाम सोर थ्रोट: जानिए गले से जुड़ी इन समस्याओं में अंतर, लक्षण और इलाज
क्या है खबर?
गला एक मांसपेशी ट्यूब है, जो हवा और खान-पान की चीजों के लिए मार्ग के रूप में कार्य करती है।
अगर किसी भी कारण यह प्रभावित हो जाए तो दर्द, सूजन और कुछ भी निगलने में दिक्कत होने लगती है।
स्ट्रेप थ्रोट और सोर थ्रोट नामक अलग-अलग समस्याएं भी गले को खराब कर सकती हैं, लेकिन अधिकतर लोग इन्हें एक ही समझते हैं।
आइए इन समस्याओं के बीच का अंतर जानते हैं।
जानकारी
सोर थ्रोट क्या है?
सोर थ्रोट यानी गले में खराश वायरल संक्रमण के कारण होती है। इससे ग्रस्त व्यक्ति के गले में दर्द और खुजली होने लगती है। साथ ही गला शुष्क भी हो जाता है।
इसके कारण कुछ भी खाना-पीना भी मुश्किल हो जाता है और लोगों को गर्म तरल पदार्थों का सेवन करने से इससे आराम मिल सकता है।
यहां जानिए गले की खराश को ठीक करने में प्रभावी घरेलू नुस्खे।
अन्य समस्या
आप स्ट्रेप थ्रोट से क्या समझते हैं?
स्ट्रेप थ्रोट को चिकित्सक भाषा में स्ट्रेप्टोकोकल ग्रसनीशोथ या स्ट्रेप्टोकोकल के नाम से जाना जाता है और यह गले में खराश होने का एक कारण है।
स्ट्रेप थ्रोप किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है और यह अमूमन 5 से 15 साल के बच्चों में अधिक देखा जाता है।
यह समस्या संक्रमित व्यक्ति के छींकने या खांसने पर हवा के जरिए दूसरे व्यक्ति को हो सकती है।
निदान
समस्याओं का कैसे पता करें?
अगर गले में दिक्कत हो तो डॉक्टर से संपर्क करें ताकि वह शारीरिक जांच के बाद आपको इसका असल कारण बता सके।
इसके लिए डॉक्टर आपको रैपिड स्ट्रेप टेस्ट करवाने की सलाह दे सकता है। इसमें व्यक्ति के गले के पीछे से एक स्वाब का नमूना लिया जाता है और उसमें संक्रमण की उपस्थिति का पता लगाया जाता है।
इसके अतिरिक्त थ्रोट कल्चर टेस्ट करवाने से भी गले की खराश का असल कारण पता चल सकता है।
बचाव
दोनों समस्याओं से कैसे बचा जा सकता है?
हाइजीन का अतिरिक्त ध्यान रखें और गले में खराश वाले किसी भी व्यक्ति के साथ भोजन साझा करने से बचें।
संक्रमित व्यक्ति के साथ अपना कोई भी सामान साझा न करें और अपने मुंह पर मास्क लगाकर रखें।
अपने गले को समस्याओं से सुरक्षित रखने के लिए भरपूर पानी पिएं। बेहतर होगा अगर पानी हल्का गर्म हो।
गले में खराश को रोकने के लिए धूम्रपान सीमित करें या धूम्रपान करने वाले व्यक्ति से दूर रहें।