विश्व मलेरिया दिवस: इस बीमारी से बचने के लिए 5 असरदार घरेलू उपचार
हर साल 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य लोगों को इस बीमारी के बारे में जागरूक करना है। मलेरिया एक ऐसी बीमारी है, जो मादा मच्छर एनॉफिलिज के काटने से फैलती है और कई बार इसकी वजह से व्यक्ति की जान भी जा सकती है। इस कारण इससे बचाव के लिए समय पर इलाज करना जरूरी है। आइए आज हम आपको इससे बचाव के कुछ घरेलू नुस्खे बताते हैं।
हल्दी
हल्दी एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होती है, जो शरीर से हानिकारक विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने और मलेरिया परजीवी को मारने में मदद करती है। इसके अलावा यह जोड़ों और मांसपेशियों के दर्द को भी कम कर सकती है, जो मलेरिया के लक्षण हैं। लाभ के लिए दूध में हल्दी डालकर उबाल लें, फिर उसमें शहद मिलाएं और गरमागरम इसका सेवन करें। इसे रोजाना सोने से पहले पीएं। हल्दी पाउडर की शुद्धता जांचने के लिए ये तरीके अपनाएं।
दालचीनी
दालचीनी में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं, जो मलेरिया के लक्षणों से निपटने में आपकी सहायता करते हैं। इसमें मौजूद पोषक तत्व मलेरिया में होने वाले बुखार, दस्त और सिरदर्द के इलाज में मदद करते हैं। दालचीनी में सिनामाल्डिहाइड नामक एक कार्बनिक यौगिक भी होता है, जो बीमारी के दर्दनाक लक्षणों को कम करता है। लाभ के लिए उबलते पानी में दालचीनी और काली मिर्च डालें और फिर इसमें थोड़ा-सा शहद मिलाकर गरमागरम पीएं।
अदरक
मलेरिया से पीड़ित लोगों को अक्सर उल्टी का अनुभव भी होता है। इससे राहत पाने के लिए अदरक का इस्तेमाल किया जा सकता है। अदरक में जिंजरोल नामक यौगिक होता है, जो एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-माइक्रोबियल गुणों से भरपूर होता है। यह पाचन क्रिया में मदद करने के अलावा प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है। लाभ के लिए पानी में कटे हुए अदरक के टुकड़े डालकर मिश्रण को उबाल लें, फिर इस पेय को छानकर उसमें थोड़ा-सा शहद मिलाकर पीएं।
संतरे का रस
संतरे का रस विटामिन A और C, खनिजों और एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। यह बुखार को कम करने और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में अत्यधिक प्रभावी है। संतरे में मौजूद विटामिन C शरीर में संक्रमण से लड़ता है और मलेरिया को तेजी से ठीक करने में मदद करता है। बेहतर परिणाम के लिए रोजाना 2 से 3 गिलास ताजा संतरे के रस का सेवन करें। इस रस के सेवन से आपको ये अन्य स्वास्थ्य संबंधी फायदे भी मिलेंगे।
तुलसी की चाय
तुलसी की चाय का सेवन मतली, उल्टी और दस्त जैसे मलेरिया के लक्षणों को खत्म करने में मदद करती है। तुलसी एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर होती है, जो शरीर को शुद्ध करने में मदद करती है और इसका इस्तेमाल चिकनगुनिया और डेंगू के इलाज के लिए भी किया जा सकता है। लाभ के लिए पानी में तुलसी के पत्ते डालकर मिश्रण को उबाल लें, फिर उसमें थोड़ी-सी काली मिर्च और शहद मिलाकर दिन में 2 बार पीएं।