इन टिप्स और ट्रिक्स को अपनाएं, होगी रसोई गैस की बचत
क्या है खबर?
कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन में लोगों ने क्रिएटिव काम के रूप में कुकिंग को भी शामिल किया हुआ है ऐसे में लाजमी है कि बिना गैस कुकिंग का मजा किरकिरा हो सकता है।
दरअसल, आजकल लोग लॉकडाउन को तरह-तरह के व्यंजनों के जायके लेकर इंजॉय कर रहे हैं। इसलिए कुकिंग गैस का इस्तेमाल बहुत समझदारी से करना चाहिए।
ऐसे में इन स्मार्ट टिप्स और ट्रिक्स को अपनाकर आप कुकिंग गैस काफी बचत कर सकते हैं।
#1
गैस बर्नर की सफाई पर जरूर दें ध्यान
अक्सर लोग खाना बनाने के बाद गैस की सफाई का तो ध्यान रखते हैं लेकिन गैस बर्नर की साफ-सफाई पर ध्यान देना भूल जाते हैं, जिसकी वजह से अंजाने में पर्यांप्त से अधिक मात्रा में कुकिंग गैस का इस्तेमाल होने लगता है।
दरअसल, हवा में मौजूद कणों की वजह से गैस बर्नर को छिद्र बंद हो जाते हैं, जिसकी वजह से गैस की बर्बादी होती है।
इसलिए समय-समय पर किसी पिन या ब्रश से बर्नर्स की सफाई भी जरूर करें।
#2
जितना संभव हो खाने को भाप में बनाएं
हम जानते हैं कि खाने को जायकेदार बनाने के लिए उसे अच्छे से पकाना जरूरी है, लेकिन इसके लिए लोग खुले बर्तनों में अपनी डिश को पकाना ज्यादा बेहतर समझते हैं जो गलत है।
ऐसे में जितना संभव हो सके खाना भाप में पकाएं यानी खुले बर्तनों का इस्तेमाल करते समय उसमें थोड़ा-सा पानी डालकर ढक्कर गैस को धीमा कर दें।
ऐसा करने से आपका खाना अच्छे से पक भी जाएगा और ज्यादा कुकिंग गैस का भी इस्तेमाल नहीं होगा।
#3
डिश की सभी सामग्रियों को तैयार करने के बाद गैस जलाएं
कुकिंग गैस को ज्यादा इस्तेमाल होने से बचाने का सबसे अच्छा उपाय है कि जिस डिश को आप बनाना चाहते है उसकी पहले अच्छे तैयारियां कर लें।
उदाहरण के लिए, कुकिंग गैस जलाने से पहले डिश की सारी सामग्रियां तैयार कर लें और पास ही में रख लें। फिर बर्तन को पहले बर्नर के ऊपर रखें उसके बाद मध्यम आंच पर गैस जलाएं।
नियमित तौर पर ऐसा करने से आप काफी हद तक कुकिंग गैस बचा सकते हैं।
#4
इन तरीकों से भी करें गैस बचाने की कोशिश
अगर आपके पास ओवन या माइक्रोवेव है, तो करी बनाने से पहले ग्रेवी की सब्जियों जैसे टमाटर और प्याज को उसमें नरम कर लें। इस तरह करी बनाने में ज्यादा समय नहीं लगेगा और गैस बचेगी।
वहीं, अपनी डिश को गैस पर पकाते समय ढक्कर दें। इसके लिए खाना पकाने वाला बर्तन चौड़े मुंह का हो और उसकी तली गोलाई में न हो तो गैस की बचत ज्यादा होती है।