छुट्टियों का लुत्फ उठाना चाहते हैं तो घूम आएं ऊना के ये प्रसिद्ध पर्यटन स्थल
हिमाचल प्रदेश में स्थित ऊना भारत के लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है, जो हर साल अपने असीमित आकर्षणों की वजह से पर्यटकों को आमंत्रित करता है। यह पर्यटन स्थल मनमोह लेने वाली वादियों, धार्मिक स्थल, राष्ट्रीय उद्यान और एडवेंचर गतिविधियों के लिए आदर्श माना जाता है। आइए आज हम आपको ऊना के कुछ प्रमुख पर्यटन स्थलों के बारे में बताते हैं, जहां जाकर आप शांतिपूर्ण तरीके से अपनी छुट्टियों का लुत्फ उठा सकते हैं।
चिंतपूर्णी मंदिर
समुद्र तल से 940 मीटर की ऊंचाई पर स्थित चिंतपूर्णी मंदिर 51 में से सबसे महत्वपूर्ण शक्ति पीठों में से एक माना जाता है। यह मंदिर मां चंडी या छिन्नमस्तिका को समर्पित है। इस मंदिर की स्थापना एक सारस्वत ब्राह्मण पंडित माई दास ने की थी और ऐसा माना जाता है कि देवी सती का माथा इसी स्थान पर गिरा था। नवरात्रि के दौरान चिंतपूर्णी मंदिर में लाखों की संख्या में भक्तों का तांता लगा रहता है।
थनीक पुरा
चिंतपूर्णी मंदिर के पास स्थित थनीक पुरा एक खूबसूरत हिल स्टेशन है, जो समद्र तल से 950 मीटर की ऊंचाई पर मौजूद है और पूर्व में छोटी शिवालिक पर्वत श्रृंखला और उत्तर में पश्चिमी हिमालय पर्वत श्रृंखला से घिरा है। इस जगह पर कई तरह के मंदिर हैं। इसके अतिरिक्त, यह ट्रेकिंग ट्रेल्स और मेलों के लिए प्रसिद्ध है। यहां आकर पर आप नेचर वॉक और फॉरेस्ट कैंपिंग का मजा भी ले सकते हैं।
गोबिंद सागर झील
गोबिंद सागर झील ऊना में एक कृत्रिम मानव निर्मित झील है, जिसे पक्षी और प्रकृति प्रेमियों के लिए एक आदर्श स्थान माना जाता है। इस झील का निर्माण 1955 में अमेरिकी बांध-निर्माता हार्वे स्लोकम की देखरेख में शुरू किया गया था और यह 1962 में पूरा बनकर तैयार हुआ था। यह पर्यटल स्थल नौका की सवारी के लिए लोकप्रिय है। आप यहां वॉटर स्कीइंग, कयाकिंग, स्कूटर रेसिंग और फिशिंग का भी मजा ले सकते हैं।
गुरुद्वारा डेरा बाबा वडभाग सिंह
गुरुद्वारा डेरा बाबा वडभाग सिंह एक पहाड़ी के ऊपर स्थित है और रंगीन नीलगिरी के फूलों से घिरा हुआ है। ऊना के इस धार्मिक स्थल की स्थापना एक प्रसिद्ध संत बाबा भारभग सिंह ने की थी और यह एक धार्मिक नेता बाबा गुरदरभाग सिंह को समर्पित है। यह गुरुद्वारा हर साल फरवरी और मार्च के बीच बाबा भारभाग सिंह मेला या होला मोहल्ला मेला आयोजित करने के लिए लोकप्रिय है।