विश्व दुग्ध दिवस 2022: जानिए दूध से जुड़ी कुछ मजेदार बातें

हर साल 1 जून को विश्व दुग्ध दिवस मनाया जाता है, जिसका उदेश्य दूध के संबंध में लोगों का ध्यान आकर्षित करना और दूध उद्योग से जुड़ी गतिविधियों के प्रचार-प्रसार के लिए अवसर प्रदान करना है। बता दें कि संयुक्त राष्ट्र खाद्य और कृषि संगठन ने पहली बार 1 जून, 2001 को विश्व दुग्ध दिवस मनाया था। आइए इस खास मौके पर आज हम आपको दूध से जुड़े तथ्य बताते हैं।
हिंदू पौराणिक कथाओं के मुताबिक, समुद्र मंथन की वजह से हमें दूध मिला है, इसलिए इसे देवताओं का एक उपहार माना जाता है। पहले के लोगों का मानना था कि समुद्र मंथन के माध्यम से ही दूध देने वाली कामधेनु गाय का जन्म हुआ था। इसलिए हिंदू अपने धार्मिक समारोहों के दौरान दूध या इसके उत्पादों का इस्तेमाल करना शुभ मानते हैं। प्राचीन यूनानी, मिस्रवासी और रोमन लोग भी दूध को अत्यधिक महत्व देते हैं।
दूध दुनिया का सबसे अधिक पोषण से भरपूर पेय है और आप हर दिन दूध का सेवन करके जीवित रह सकते हैं। दूध प्रोटीन, कैल्शियम, राइबोफ्लेविन, नियासिन, पोटेशियम, फास्फोरस और कई महत्वपूर्ण विटामिनों से समृद्ध होता है और इतने सारे पोषक तत्व एकसाथ किसी सब्जी, फल या मांस से शरीर को मिलने मुश्किल है। यकीनन दूध स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है, लेकिन इसका अधिक सेवन स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है।
एक सामान्य गाय प्रतिदिन औसतन 25 लीटर दूध देती है, लेकिन गायों की कुछ नस्लें प्रतिदिन 60 लीटर दूध का उत्पादन कर सकती हैं। उनकी पूरी स्तनपान अवधि में उन्हें कुल मिलाकर 12,000 लीटर से अधिक दूध का उत्पादन हो सकता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ब्राजील की एक गाय ने एक दिन में 1,27,570 किलोग्राम दूध का उत्पादन करके 2019 में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था।
अगर आपको लगता है कि दूध से आपका वजन बढ़ जाएगा तो आप गलत हैं। कम वसा वाले दूध की तुलना में होल मिल्क पीने से आपको वजन घटाने में मदद मिल सकती है और यह अधिक स्वास्थ्यवर्धक विकल्प है। होल मिल्क में बायोएक्टिव पदार्थ होता है, जो अधिक वसा जलाने और वजन बढ़ाने से बचने के लिए हमारे चयापचय को संतुलित तरीके से काम करने के लिए प्रेरित कर सकता है।