खाने की चीजों में भी होते हैं प्लास्टिक के महीन कण, पेट को पहुंचाते हैं नुकसान
क्या है खबर?
माइक्रोप्लास्टिक्स बहुत महीन प्लास्टिक कण होते हैं, जो प्लास्टिक के निम्नीकरण से आते हैं। यह खतरनाक प्लास्टिक के कण हमारे द्वारा खाई गई खान-पान सामग्री में भी पाए जाते हैं।
ये आम तौर पर नमक और प्लास्टिक की पानी की बोतलों में मौजूद होते हैं। इनके जरिए समय के साथ आपके पेट और आंतों के स्वास्थ्य को भारी नुकसान हो सकता है।
आइए प्लास्टिक के महीन कण यानि माइक्रोप्लास्टिक्स के विषय में जानते हैं।
माइक्रोप्लास्टिक्स
क्या होती हैं माइक्रोप्लास्टिक्स?
माइक्रोप्लास्टिक्स बेहद छोटे और महीन प्लास्टिक के कण होते हैं, जिनका आकार 5 मिलीमीटर से कम होता है। ये कण पर्यावरण में पानी, हवा और मिट्टी को लगातार प्रदूषित कर रहे हैं।
साथ ही अब ये बारीक कण खाद्य पदार्थों में भी पाए जाने लगे हैं। इन्हें 2 प्रकार में बांटा जाता है- प्राथमिक माइक्रोप्लास्टिक्स और द्वितीयक माइक्रोप्लास्टिक्स।
प्राथमिक माइक्रोप्लास्टिक्स वे हैं जिन्हें जानकर तैयार किया जाता है, वहीं प्लास्टिक समय के साथ खुद द्वितीयक माइक्रोप्लास्टिक्स में बदल जाता है।
खाद्य पदार्थ
इन खाद्य पदर्थों में पाए जाते हैं प्लास्टिक के महीन कण
प्लास्टिक के महीन कण सबसे ज्यादा समुद्री भोजन में पाए जाते हैं। समुद्री प्रदूषण के कारण समुद्री नमक में भी प्लास्टिक के छोटे कण पाए जाते हैं। बाजार में मिलने वाले बोतलबंद पानी में भी इनकी मौजूदगी होती है।
साथ ही अब तो यह माइक्रोप्लास्टिक्स फल और सब्जियों के भीतर भी प्रवेश करने लगे हैं। डिस्पोजेबल खाद्य कंटेनर गर्म तापमान के कारण प्लास्टिक के महीन कणों को उनमें रखे भोजन में फैला सकते हैं।
हानिकारक प्रभाव
प्लास्टिक के महीन कण ऐसे करते हैं आंत और पेट के स्वास्थ्य को प्रभावित
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि प्लास्टिक के कण आंत में सूजन संबंधी प्रतिक्रियाएं उत्पन्न कर सकते हैं, जिससे पेट फूल सकता है।
आंत में माइक्रोप्लास्टिक्स की उपस्थिति आंतों की परत में खरोंच या अन्य यांत्रिक क्षति का कारण बन सकती है। यह स्थिति हानिकारक पदार्थों को रक्तप्रवाह में प्रवेश करने की अनुमति देती है।
इन कणों के कारण हमारे शरीर में हानिकारक रासायन भी प्रवेश कर सकते हैं।
जोखिम
प्लास्टिक के महीन कणों को शरीर में प्रवेश करने से रोकने के तरीके
आप प्लास्टिक के महीन कणों को शरीर में प्रवेश करने से रोकने के लिए प्लास्टिक की बोतल, खाद्य-कंटेनर या गिलास का इस्तेमाल सीमित करें। ताजी और बिना पैक की हुई सब्जियां व फल खरीदें।
इससे पैकेजिंग से प्लास्टिक के कणों की इनमें प्रवेश करने की संभावना कम हो जाती है। इसके अलावा, पॉलिएस्टर और नायलॉन जैसे सिंथेटिक कपड़े पहनने से बचें।
एक शोध में पाया गया है कि रंगीन प्लास्टिक खतरनाक माइक्रोप्लास्टिक्स में बदल रही है।