पीरियड्स के दौरान इस तरह रखें त्वचा का ख्याल
पीरियड्स एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जिसके दौरान महिलाओं को न केवल पेट दर्द और मूड स्विंग्स बल्कि त्वचा संबंधी कई समस्याओं से भी दो-चार होना पड़ता है। दरअसल, पीरियड्स के समय महिलाओं की त्वचा हार्मोनल उतार-चढ़ाव के कारण एक बुरे दौर से गुजरती है, इसलिए उन्हें पीरियड्स के दौरान अपनी त्वचा की अतिरिक्त देखभाल करनी चाहिए। चलिए फिर आज हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बताते हैं जिन्हें अपनाकर महिलाएं पीरियड्स में अपनी त्वचा का ख्याल रख सकती हैं।
चेहरे की साफ-सफाई है बहुत जरुरी
अगर आप पीरियड्स के दौरान चेहरे की साफ-सफाई पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं देती हैं तो इससे आपका चेहरा डल नजर आ सकता है। इसलिए बेहतर होगा कि आप अपनी त्वचा के प्रकार के मुताबिक चेहरे की साफ-सफाई करें। उदाहरण के लिए अगर आपकी त्वचा रूखी है तो चेहरे को माइल्ड फेसवॉश से धोने के बाद टोनर और हाइड्रेटिंग मॉइस्चराइजर लोशन लगाएं। ऐसी ही प्रक्रियाओं का पालन कर नियमित तौर पर अपने चेहरे की सफाई सुनिश्चित करें।
त्वचा को रखें हाइड्रेट
पीरियड्स के दौरान बहुत सी महिलाओं को त्वचा पर रूखेपन का सामना करना पड़ता है, इसलिए यह जरूरी है कि पीरियड्स के समय आप त्वचा के हाइड्रेशन पर अतिरिक्त ध्यान दें। इसके लिए आप दिन के समय मॉइस्चराइजर और रात के दौरान एक हाइड्रेटिंग नाइट क्रीम का इस्तेमाल कर सकती हैं। मॉइस्चराइजर और नाइट क्रीम का चयन करते वक्त अपने त्वचा के प्रकार और त्वचा की जरूरतों का ध्यान अवश्य ध्यान रखें।
खान-पान पर दें ध्यान
पीरियड्स के दौरान त्वचा की देखभाल के लिए डाइट का ध्यान रखना भी बेहद जरूरी है। डाइट में ऐसे खाद्य पदार्थों को शामिल करें जो ओमेगा-3 फैटी एसिड, विटामिन-ई और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर हों क्योंकि ये गुण न सिर्फ त्वचा को मुंहासों जैसी समस्याओं से बचाएंगे बल्कि उसे चमकदार भी बनाए रखेंगे। इसके अलावा भरपूर मात्रा में पानी और फलों के ताजे रस का सेवन करें और पीरियड्स के दौरान कभी भी मेकअप न करें।
नींद को न करें नजरअंदाज
पीरियड्स के दौरान भरपूर आराम करना भी बेहद जरूरी है। इसलिए आपको नियमित तौर पर छह से आठ घंटे की सही और आरामदायक नींद लेनी चाहिए, ताकि अगली सुबह जब आप उठें तो तरोताजा महसूस करें। इससे त्वचा की समस्याएं दूर होंगी। इसके अलावा किसी भी तरह का तनाव न लें क्योंकि यह भी त्वचा के स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। बेहतर होगा कि तनाव होने पर आप संगीत और मेडिटेशन आदि का सहारा लें।