NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    भारत-पाकिस्तान तनाव
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / लाइफस्टाइल की खबरें / नहाय खाय से लेकर उषा अर्घ्य तक, जानिए छठ के 4 दिनों का महत्व
    अगली खबर
    नहाय खाय से लेकर उषा अर्घ्य तक, जानिए छठ के 4 दिनों का महत्व

    नहाय खाय से लेकर उषा अर्घ्य तक, जानिए छठ के 4 दिनों का महत्व

    लेखन अंजली
    Nov 01, 2024
    07:37 pm

    क्या है खबर?

    भगवान सूर्य को समर्पित छठ भारत के सबसे प्राचीन हिंदू त्योहारों में से एक है।

    इस अवसर पर 36 घंटे तक कठोर व्रत रखने वाली महिलाएं उगते और डूबते सूर्य को अर्घ्य देती हैं और छठी मैया को पूजती हैं।

    इस बार यह त्योहार 5 नवंबर से शुरू है और इसका समापन 8 नवंबर को होगा।

    आइए आज हम आपको इस त्योहार के 4 दिनों के महत्व के बारे में विस्तार से बताते हैं।

    पहला दिन

    नहाय खाय 

    छठ का त्योहार नहाय-खाय से शुरू होता है।

    ऐसी मान्यता है कि इस दिन के व्रत को रखने से पहले तन और मन दोनों साफ होने चाहिए। इसलिए परवैतिन (छठ पूजा का व्रत करने वाली महिलाएं) पवित्र जल से स्नान करके नए कपड़े पहनती हैं और शुद्ध सात्विक भोजन करती हैं।

    इस अवसर पर चने की दाल और लौकी की सब्जी खाने का विशेष महत्व होता है।

    यहां जानिए छठ के त्योहार का इतिहास और महत्व।

    दूसरा दिन

    खरना 

    नहाय खाय के बाद दूसरा दिन खरना का होता है।

    इस दिन व्रत रखने वाली महिलाएं दिनभर कुछ भी खाती-पीती नहीं हैं और शाम में व्रतियों के द्वारा गुड़ वाली खीर विशेष प्रसाद के रुप में बनाई जाती है। पूजा-पाठ करने के बाद व्रती इस प्रसाद को ग्रहण करते हैं और प्रसाद ग्रहण करने के बाद घर के सदस्यों को यह प्रसाद बांटते हैं।

    इसी दिन व्रती अगले दिन की पूजा के लिए भी प्रसाद बनाया जाता है।

    तीसरा दिन

    छठ

    छठ का मुख्य दिन त्योहार के तीसरे दिन होता है।

    जिस प्रकार हिंदू धर्म में उगते हुए सूर्य की पूजा का विशेष महत्व है, ठीक उसी प्रकार छठ की पूजा के दौरान डूबते हुए सूर्य की पूजा की जाती है।

    व्रती पूरे दिन निर्जला व्रत रखकर शाम में पूजा की तैयारी करते हैं, फिर नदी या तलाब में खड़े होकर डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देते हैं। इसके बाद व्रती अगले दिन की पूजा की तैयारी में लग जाते हैं।

    चौथा दिन

    उषा अर्घ्य

    चौथे दिन त्योहार का समापन होता है और इसके दौरान उगते हुए सूर्य की पूजा की जाती है। सूर्य की उपासना के बाद वहां मौजूद लोगों को प्रसाद दिया जाता है।

    मान्यता के अनुसार, अगर कोई भी व्यक्ति श्रद्धा भाव से व्रत रखकर सूर्य देव की उपासना करता है तो उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।

    यह त्योहार मुख्य रूप से बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में मनाया जाता है।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    त्यौहार
    बिहार
    लाइफस्टाइल

    ताज़ा खबरें

    डोनाल्ड ट्रंप से बात करने के बाद बोले पुतिन- युद्ध विराम पर काम करने को तैयार डोनाल्ड ट्रंप
    IPL 2025: SRH ने LSG को दी शिकस्त, देखिए मैच के शानदार मोमेंट्स IPL 2025
    IPL 2025: SRH से हारकर प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हुई LSG, बने ये रिकॉर्ड्स IPL 2025
    IPL 2025: अभिषेक शर्मा ने LSG के खिलाफ जड़ा दूसरा अर्धशतक, बने 'प्लेयर ऑफ द डे' इंडियन प्रीमियर लीग

    त्यौहार

    इस साल सबसे अच्छी और मजेदार दिवाली पार्टी आयोजित करने के लिए अपनाएं ये 5 टिप्स दिवाली
    धनतेरस पर मेहमानों के आगे परोसें ये व्यंजन, त्योहार का मजा हो जाएगा दोगुना धनतेरस
    धनतेरस पर इन 5 चीजों को खरीदने से बचें, घर के लिए नहीं मानी जाती सही धनतेरस
    करवा चौथ: पूजन थाली में रखनी होती हैं ये चीजें, ऐसे सजाएं करवा चौथ

    बिहार

    बिहार में नहीं मिलेगा 65 प्रतिशत आरक्षण, सुप्रीम कोर्ट ने बरकरार रखा हाई कोर्ट का फैसला सुप्रीम कोर्ट
    बिहार से दिल्ली जा रही संपर्क क्रांति एक्सप्रेस 2 हिस्सों में बंटी, बड़ा हादसा टला रेल दुर्घटना
    दिल्ली कोचिंग सेंटर हादसे पर सांसद पप्पू यादव का बोले- अब भी 10-12 छात्र लापता पप्पू यादव
    बिहार: रेल हादसे रोकने के लिए पटरी की पूजा, वैशाली में पंडित बुलाकर पढ़े गए मंत्र रेल दुर्घटना

    लाइफस्टाइल

    भाई दूज: कम बजट में बहन को देना है तोहफा? ये विकल्प हैं बेहतरीन भाई दूज
    भारतीय एथलेटिक्स के महान धावक मिल्खा सिंह से सीखें ये सबक मिल्खा सिंह
    बेहतर नींद पाने के लिए अपनाएं ये 5 सरल और प्रभावी तरीके नींद
    मोरक्को: माराकेच की यात्रा में शामिल करें ये 5 गतिविधियां पर्यटन
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025