साइनस की समस्या से राहत दिलाने में सहायक हैं ये योगासन, जानिए अभ्यास का तरीका
साइनस नाक से जुड़ी एक बीमारी है जिसमें बंद नाक, सिर में दर्द और सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याएंं होती हैं। इससे ग्रसित लोगों का जीवन दवाइयों पर निर्भर होकर रह जाता है। हालांकि साइनस से ग्रसित लोग चाहें तो योगाभ्यास को अपने दिनचर्या में शामिल करके इस समस्या से प्राकृतिक रूप से काफी राहत पा सकते हैं। चलिए आज आपको कुछ ऐसे योगासन बताते हैं जिनका अभ्यास साइनस से ग्रसित लोगों के लिए लाभकारी है।
जानुशीर्षासन
सबसे पहले योगा मैट पर दंडासन की मुद्रा में बैठ जाएं और फिर अपने दाएं घुटने को मोड़ते हुए बायीं जांघ के सहारे लगा लें। अब अपने शरीर को आगे की तरफ झुकाएं और बाएं पैर के अंगूठे को दोनों हाथों से पकड़ने की कोशिश करें। इसी मुद्रा में अपने सिर को घुटनों से छूने की कोशिश करें। कुछ देर इसी मुद्रा में रहने के बाद धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं। इस प्रक्रिया को दूसरे पैर से भी दोहराएं।
गोमुखासन
सबसे पहले योगा मैट पर दंडासन की मुद्रा में बैठें। अब अपने दाएं पैर को मोड़ें और इसे बायीं जांघ के ऊपर से ले जाते हुए बाएं नितंब के पास जमीन पर रखें। इसी तरह अपने बाएं पैर को मोड़ते हुए दायीं जंघा के नीचे से दाएं नितंब के पास जमीन पर रख लें। अब अपने दोनों हाथों को कोहनी से मोड़ते हुए उन्हें पीठ के पीछे आपस में पकड़ने का प्रयास करें। कुछ देर इसी अवस्था में बने रहें।
उष्ट्रासन
उष्ट्रासन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले योगा मैट पर घुटनों के बल बैठ जाएं और फिर घुटनों के बल ही खड़े हो जाएं। अब सामान्य रूप से सांस लेते हुए पीछे की ओर झुकें और दायीं हथेली को दायीं एड़ी पर और बायीं हथेली को बायीं एड़ी पर रखने की कोशिश करें। इस मुद्रा में कम से कम एक-दो मिनट रहने के बाद धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं और कुछ मिनट विश्राम करें।
भुजंगासन
भुजंगासन के अभ्यास के लिए सबसे पहले योगा मैट पर अपने हाथों को अपने कंधों के नीचे रखकर पेट के बल लेट जाएं। अब अपने हाथों पर दबाव देते हुए अपने शरीर को जहां तक संभव हो सके, उठाने की कोशिश करें। इस दौरान सामान्य तरीके से सांस लेते रहें। कुछ देर इसी मुद्रा में बने रहें और फिर धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं। कुछ देर बाद इस योगासन को दोबारा दोहराएं।