कोरोना को हराने के बाद जरूर करवाएं ये टेस्ट, लापरवाही से बढ़ सकती हैं मुश्किलें
क्या है खबर?
देशभर में कोरोना वायरस ने कोहराम मचा रखा है। स्थिति यह है कि कोरोना से ठीक होने के बाद भी लोगों को तरह-तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
ऐसे में अगर आप कोरोना से ठीक हो गए हैं तो जरूरी है कि आप कुछ टेस्ट करवाएं जिनसे पता लग सके कि आपके शरीर को वायरस ने कितना नुकसान पहुंचाया है।
आइए जानते हैं कि कोरोना से ठीक होने के बाद कौन-कौन से टेस्ट कराने चाहिए।
#1
IgG एंटीबॉडी टेस्ट
कोरोना संक्रमण से लड़ने के बाद शरीर में इसके खिलाफ एंटीबॉडीज बनने लगती हैं जो भविष्य के संक्रमण को रोकती हैं।
एंटीबॉडीज का स्तर न सिर्फ कोरोना के खिलाफ इम्युनिटी की सुरक्षा को समझने में मदद कर सकता है, बल्कि यह भी बताता है कि आप प्लाज्मा डोनेट करने के योग्य हैं या नहीं।
इसलिए जब आपको कोरोना से ठीक हुए एक महीना हो जाए तो igG एंटीबॉडी टेस्ट जरूर कराएं।
#2
हार्ट इमेजिंग या कार्डियक स्क्रीनिंग
शरीर जब कोरोना वायरस की चपेट में आता है तो इससे शरीर में बहुत अधिक इन्फ्लेमेशन होता है जिसके कारण हृदय का स्वास्थ्य काफी प्रभावित होता है।
इसके अलावा कोरोना से ठीक होने वाले कई लोगों में हृदय गति के असामान्य होने की दिक्कत भी देखने को मिल रही है।
इसलिए कोरोना से ठीक होने के बाद हार्ट इमेजिंग या कार्डियक स्क्रीनिंग टेस्ट कराएं ताकि अगर हृदय से जुड़ी कोई समस्या हो तो उसका समय रहते पता चल जाए।
#3
न्यूरोलॉजिकल फंक्शन टेस्ट
कई शोध से यह भी पता चला है कि कोरोना वायरस से उबरने के बाद भी कई लोगों में कई हफ्तों और महीनों तक न्यूरोलॉजिकल और साइकोलॉजिकल लक्षण देखने को मिलते हैं।
यही वजह है कि संक्रमण से ठीक होने के बाद दिमाग और न्यूरोलॉजिकल फंक्शन टेस्ट (Neuro function test) करवाना जरूरी है ताकि अगर दिमाग में कोई समस्या हो तो उसका समय रहते पता चल सके और उसका इलाज हो सके।
#4
ग्लूकोज टेस्ट
कई अध्ययनों में यह बात सामने आयी है कि कोरोना वायरस उन लोगों को भी मधुमेह का मरीज बना रहा है जिन्हें संक्रमण से पहले मधुमेह की समस्या नहीं थी।
यही वजह है कि कोरोना से ठीक होने के बाद लोग एक बार अपना ग्लूकोज टेस्ट (Glucose test) जरूर करवाएं।
कोरोना संक्रमण से ठीक हुए लोगों के शरीर में ब्लड ग्लूकोज का स्तर सामान्य से अधिक या कम हो सकता है।
#5 & #6
चेस्ट सिटी स्कैन और विटामिन-D टेस्ट
चेस्ट सिटी स्कैन टेस्ट: इसके जरिए कोरोना से ठीक हो चुके लोगों को यह पता लग सकता है कि उसकी रिकवरी कैसी हो रही है। इसके अलावा शरीर में बीमारी की गंभीरता का भी पता लग सकता है।
विटामिन-D टेस्ट: विटामिन-D एक जरूरी पोषक तत्व है जो कोरोना मरीजों को तेजी से ठीक कर सकता है। इसलिए शरीर में विटामिन-D की कमी से बचने के लिए इसका एक टेस्ट जरूर करवा लें।