अपने वर्कआउट रूटीन में शामिल करें त्रिकोणासन, जानिए इसका अभ्यास और अन्य जरूरी बातें
क्या है खबर?
त्रिकोणासन योग का एक अहम आसन है, जो शरीर की स्थिरता और संतुलन को बढ़ाने में मदद कर सकता है।
यह आसन न केवल शरीर को लचीला बनाता है, बल्कि मानसिक शांति भी प्रदान करता है।
इस लेख में हम त्रिकोणासन के विभिन्न रूपों पर चर्चा करेंगे, जो शरीर की स्थिरता को और भी मजबूत बना सकते हैं। इन रूपों को अपनाकर आप अपने योग अभ्यास को और प्रभावी बना सकते हैं।
अभ्यास
त्रिकोणासन करने का तरीका
सबसे पहले सीधे खड़े होकर पैरों को 3-4 फीट की दूरी पर फैलाएं, फिर दाहिने पैर को 90 डिग्री बाहर और बाएं पैर को थोड़ा अंदर की ओर घुमाएं।
बाहों को कंधे के स्तर पर उठाएं, हथेलियां नीचे की ओर रखें। धीरे-धीरे दाहिनी ओर झुकें, दाहिने हाथ से जमीन या टखने को छूने का प्रयास करें, जबकि बायां हाथ सीधा ऊपर रहे।
सिर बाईं तरफ घुमाकर ऊपर देखें। कुछ सेकंड तक इस स्थिति में रहें और फिर सामान्य हो आएं।
लाभ
नियमित त्रिकोणासन करने से मिलने वाले फायदे
त्रिकोणासन नियमित रूप से करने से शरीर में लचीलापन आता है और मांसपेशियों का तनाव कम होता है।
यह आसन रीढ़ की हड्डी के लिए फायदेमंद होता है, जिससे पीठ दर्द में राहत मिलती है।
इसके अलावा यह पेट के अंगों की मालिश करता है, जिससे पाचन तंत्र बेहतर होता है।
मानसिक शांति प्राप्त करने के लिए भी यह आसन उपयोगी माना जाता है क्योंकि इससे ध्यान केंद्रित होता है और तनाव कम होता है।
सावधानियां
त्रिकोणासन करते समय सावधानियां बरतें
त्रिकोणासन करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है ताकि किसी प्रकार की चोट या परेशानी न हो।
अगर आपको गर्दन या पीठ में कोई समस्या हो तो इस आसन को करते समय विशेष सावधानी बरतें या विशेषज्ञ से सलाह लें।
गर्भवती महिलाओं या हाई ब्लड प्रेशर वाले लोगों को इसे करने से पहले डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।
हमेशा सुनिश्चित करें कि आपके पैर सही तरीके से स्थित हों ताकि संतुलन बना रहे।
अन्य योगासन
अन्य योगासनों के साथ त्रिकोणासन आजमाएं
त्रिकोणासन का अभ्यास अन्य योगासनों जैसे वीरभद्रासन या पर्वतासन के साथ किया जा सकता है ताकि शरीर का संतुलन बेहतर हो सके और लचीलापन बढ़े।
इन आसनों का संयोजन आपके योग सत्र को अधिक प्रभावशाली बनाता है क्योंकि ये सभी मिलकर पूरे शरीर पर काम करते हैं, जिससे मांसपेशियों में मजबूती आती हैं और मानसिक शांति प्राप्त होती हैं।
इस प्रकार त्रिकोणासन एक बहुपयोगी आसन साबित हो सकता है।