पूर्वी भारत के 5 राष्ट्रीय उद्यान, जिनके बारे में शायद ही जानते होंगे आप
क्या है खबर?
पूर्वी भारत में कई राष्ट्रीय उद्यान हैं, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और जैव विविधता के लिए मशहूर हैं।
ये स्थान पर्यटकों और वन्यजीव प्रेमियों के लिए स्वर्ग समान हैं। यहां की हरियाली, शांत वातावरण और विभिन्न जीव-जंतु आपको प्रकृति के करीब लाते हैं।
इस लेख में हम पूर्वी भारत के पांच कम ज्ञात लेकिन बेहद खूबसूरत राष्ट्रीय उद्यानों की जानकारी देंगे, जहां आप अपने परिवार या दोस्तों के साथ यादगार यात्रा का आनंद ले सकते हैं।
#1
केबुल लामजाओ राष्ट्रीय उद्यान (मणिपुर)
मणिपुर स्थित केबुल लामजाओ राष्ट्रीय उद्यान दुनिया का एकमात्र तैरता हुआ पार्क है। यह लोकटक झील पर स्थित है और यहां फुमदी नामक तैरते हुए द्वीप पाए जाते हैं।
यह स्थान संगाई हिरणों का घर है, जो केवल यहीं पाए जाते हैं। यहां आकर आप इन दुर्लभ हिरणों को उनके प्राकृतिक आवास में देख सकते हैं।
इसके अलावा यहां पक्षियों की कई प्रजातियां भी देखने को मिलती हैं। यह जगह फोटोग्राफी के शौकीनों के लिए भी आदर्श है।
#2
सिमलीपाल राष्ट्रीय उद्यान (ओडिशा)
सिमलीपाल राष्ट्रीय उद्यान ओडिशा में स्थित है और इसे बाघों की भूमि कहा जाता है। यह पार्क बाघ संरक्षण परियोजना का हिस्सा है और यहां बड़ी संख्या में बाघ पाए जाते हैं।
इसके अलावा हाथी, गौर, चीतल आदि जानवर भी यहां देखे जा सकते हैं। सिमलीपाल अपने घने जंगलों और झरनों के लिए मशहूर है, जो इसे एक बेहतरीन पिकनिक स्थल बनाते हैं।
ट्रेकिंग करने वालों के लिए भी यह स्थान बहुत ही रोमांचक हो सकता है।
#3
गोरुमारा राष्ट्रीय उद्यान (पश्चिम बंगाल)
गोरुमारा राष्ट्रीय उद्यान पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले में स्थित है। यह पार्क भारतीय गैंडे (राइनो) देखने के लिए मशहूर है, जो यहां का प्रमुख आकर्षण है।
इसके अलावा यहां हाथी, भालू और अन्य जंगली जानवर भी देखे जा सकते हैं। गोरुमारा की हरियाली और शांत वातावरण पर्यटकों को अपनी ओर खींचते हैं।
यहां की प्राकृतिक सुंदरता और वन्यजीवों की विविधता इसे एक आदर्श पर्यटन स्थल बनाते हैं, जहां आप प्रकृति के करीब आ सकते हैं।
#4
मानस राष्ट्रीय उद्यान (असम)
मानस राष्ट्रीय उद्यान असम में ब्रह्मपुत्र नदी के किनारे स्थित एक यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है।
यह पार्क अपनी जैव विविधता और प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। यहां रॉयल बंगाल टाइगर, एशियाई हाथी, और गोल्डन लंगूर जैसे दुर्लभ प्रजाति वाले जीव-जंतु देखे जा सकते हैं।
मानस नदी इस क्षेत्र से होकर गुजरती है, जो यहां की खूबसूरती को और बढ़ाती है।
#5
नोक्रेक राष्ट्रीय उद्यान (मेघालय)
नोक्रेक राष्ट्रीय उद्यान मेघालय के वेस्ट गारो हिल्स में स्थित हैं।
नोक्रेक गारो हिल्स की सबसे ऊंची चोटी है और इसे राज्य के वन विभाग ने बायोस्फीयर रिजर्व घोषित किया हुआ है।
दुर्लभ पौधों और जानवरों के लिए आवास बने इस राष्ट्रीय उद्यान में साइट्रस-इंडिका पौधे की एक दुर्लभ प्रजाति भी है, जिसे स्थानीय लोग मी.मंग नारंग कहते हैं। स्थानीय भाषा में इसका अर्थ "संतरे की आत्मा" है।