गर्मी के कारण पीठ पर हुए दानों को ठीक करने के लिए अपनाएं ये घरेलु नुस्खे
गर्मी का मौसम आते ही धूप और गरम हवा के कारण पीठ पर घमोरियां या दाने होने लगते हैं। पीठ पर होने वाले दानों को बैक-एक्ने कहा जाता है। आमतौर पर ऊपरी पीठ और कंधे इन दानों से प्रभावित होते हैं, क्योंकि यहां पर तेल वाली ग्रंथियां होती हैं। पीठ पर दाने बढ़े हुए तेल उत्पादन, पसीने और बैक्टीरिया के कारण निकल सकते हैं। अगर आप इन खुजली वाले दानों को दूर करना चाहते हैं तो ये 5 टिप्स अपनाएं।
टी-ट्री तेल
टी-ट्री तेल में प्राकृतिक जीवाणुरोधी और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं। इसी कारण यह सामग्री पीठ के दानों को ठीक कर सकती है। एंटीऑक्सिडेंट्स MDPI जर्नल में प्रकाशित 2023 के एक अध्ययन के अनुसार, टी-ट्री तेल के एंटीऑक्सिडेंट गुण सूजन को कम करने के लिए अच्छे होते हैं और मुंहासों के इलाज में कारगर साबित होते हैं। इस तेल को नारियल या जोजोबा तेल के साथ मिलाकर रुई की मदद से दानों पर लगाएं और कुछ घंटों बाद धो लें।
सेब का सिरका
आप पीठ पर हुए दानों को सेब के सिरके की मदद से भी ठीक कर सकते हैं। इसे एप्पल साइडर विनेगर भी कहा जाता है, जो त्वचा के हाइड्रोजन की क्षमता (pH) को संतुलित करता है। इसमें जीवाणुरोधी गुण पाए जाते हैं, जो इसे मुंहासों के उपचार के लिए सही नुस्खा बनाते हैं। सेब के सिरके को पानी के साथ मिलाकर रुई की मदद से पीठ के दानों पर लगाएं। इसे 10 मिनट सुखाकर ठंडे पानी से साफ करें।
एलोवेरा
एलोवेरा एक पौधा है, जो हमारी त्वचा को ठंडक का एहसास प्रदान करता है। इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण दानों के कारण होने वाली खुजली और लालपन को शांत करते हैं। एलोवेरा के गुणों के जरिए पीठ के दानों को दूर करने के लिए इसका ताजा जेल निकालें और दानों पर लगाएं। अब इसे पूरी तरह से सूखने दें, फिर ठंडे पानी से धो लें। आप एलोवेरा से गर्मियों में होने वाली कई त्वचा संबंधी समस्याओं का उपचार कर सकते हैं।
हल्दी
हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं, जो मुंहासों के खिलाफ फायदेमंद होते हैं। फाइटोथेरेपी रिसर्च जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन से पता चलता है कि हल्दी में मौजूद करक्यूमिन मुंहासे, सोरायसिस और विटिलिगो जैसी परेशानियों का उपचार कर सकता है। हल्दी में गुलाब जल, पानी और शहद मिलाकर एक पेस्ट तैयार कर लें। इस पेस्ट को रुई की मदद से पीठ पर हुए दानों पर लगाएं और सूखने दें। सूखने के बाद इसे गुनगुने पानी से धो लें।
ग्रीन-टी
लोग वजन घटाने के लिए ग्रीन-टी का सेवन करते हैं। हालांकि, इसके इस्तेमाल से पीठ पर हुए दाने भी ठीक किए जा सकते हैं। ग्रीन टी में एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी यौगिक होते हैं, जो मुंहासों को कम कर सकते हैं। ग्रीन टी को बनाकर ठंडा होने के लिए रख दें। अब इसे स्प्रे बोतल में भरकर अपनी पीठ पर छिड़कें या रुई की मदद से दानों पर लगाएं। इसे कुछ मिनट लगा रहने दें, फिर पानी से साफ कर लें।