कैलिस्थेनिक्स से हो सकती है पूरे शरीर की कसरत, जानिए इसमें शामिल एक्सरसाइज और उनके फायदे
कैलिस्थेनिक्स स्ट्रेंथ ट्रेनिंग का एक रूप है, जिसमें शरीर के वजन का उपयोग करके विभिन्न प्रकार की एक्सरसाइज की जाती हैं। यह न केवल मांसपेशियों को मजबूत करता है बल्कि लचीलापन और सहनशक्ति भी बढ़ाता है। कैलिस्थेनिक्स में किसी विशेष उपकरण की आवश्यकता नहीं होती, जिससे इसे कहीं भी और कभी भी किया जा सकता है। इस लेख में हम कैलिस्थेनिक्स में शामिल एक्सरसाइज और फायदों के बारे में बताएंगे।
पुश-अप्स से शरीर के ऊपरी हिस्से को मिल सकती है मजबूती
पुश-अप्स एक सरल लेकिन प्रभावी एक्सरसाइज है, जो कंधे और ट्राइसेप्स को मजबूत कर सकता है। इसे करने के लिए अपने हाथों और पैरों पर संतुलन बनाकर जमीन पर लेटना होता है, फिर अपने शरीर को ऊपर उठाते हुए हाथों को सीधा करना होता है और फिर वापस नीचे लाना होता है। यह प्रक्रिया बार-बार दोहराई जाती है। पुश-अप्स न केवल मांसपेशियों को मजबूत करता है बल्कि हृदय गति भी बढ़ाता है, जिससे कार्डियोवस्कुलर स्वास्थ्य में सुधार होता है।
स्क्वाट से शरीर के निचले हिस्से पर पड़ता है अच्छा प्रभाव
स्क्वाट एक बेहतरीन एक्सरसाइज है, जो जांघों, ग्लूट्स और हिप्स को मजबूती प्रदान कर सकता है। इसे करने के लिए सीधे खड़े होकर घुटनों को मोड़ते हुए नीचे बैठना होता है जैसे कि आप कुर्सी पर बैठ रहे हों, फिर वापस खड़े हो जाएं। स्क्वाट करते समय ध्यान रखें कि आपकी पीठ सीधी रहे और घुटने पैरों से आगे न जाएं। नियमित रूप से स्क्वाट करने से निचले शरीर की मांसपेशियां मजबूत होती हैं और लचीलापन बढ़ता है।
प्लैंक से शरीर की मुख्य मांसपेशियों को मिल सकती है मजबूती
प्लैंक एक्सरसाइज मुख्य रूप से पेट, पीठ और कंधों की मांसपेशियों को मजबूत कर सकती है। इसे करने के लिए आपको अपनी बाहों और पैरों पर संतुलन बनाकर जमीन पर लेटना होता है, फिर अपने शरीर को सीधा रखते हुए अपने हाथों और पैरों पर वजन डालकर स्थिति बनाए रखनी होती है। इस स्थिति में जितनी देर तक रह सकते हैं, रहें। यह एक्सरसाइज मांसपेशियों की ताकत और सहनशक्ति बढ़ाने में मदद करता है।
पुल-अप्स से वजन प्रबंधन में मिलेगी मदद
यह एक्सरसाइज शरीर में जमे अतिरिक्त वसा को कम करने में मदद कर सकती है। रोजाना पुल-अप्स करने से मेटाबॉलिज्म बढ़ाने में मदद मिलती है। इसे करने के लिए सबसे पहले एक पुल-अप्स रोड के नीचे खड़े हो जाएं। अब रोड को अपने दोनों हाथों से पकड़कर पूरे शरीर को ऊपर उठाने की कोशिश करें। फिर दोबारा से अपने शरीर को नीचे करें और शरीर को ढीला छोड़ते हुए लटकें।