पौधों में पानी की कमी को दर्शाते हैं ये संकेत, भूल से भी न करें नजरअंदाज
पौधों के विकास के लिए पानी बहुत जरूरी होता है। हालांकि, पौधों को पानी देते समय इसकी मात्रा पर अतिरिक्त ध्यान दें क्योंकि जितना नुकसानदायक पौधों के लिए अधिक पानी है, उतना ही बुरा कम पानी भी है। आइए आज हम आपको कुछ ऐसे संकेतों के बारे में बताते है, जो इस बात की ओर इशारा करते हैं कि आप पौधों को पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं दे रहे हैं।
मिट्टी का सूख जाना
यह सबसे स्पष्ट संकेत है, जो इस बात की ओर इशारा करता है कि आपके पौधे को जरूरत से कम पानी मिल रहा है और इसके कारण पौधा मुरझा सकता है। अगर आपको पौधे की मिट्टी छूने में सूखी लगे तो उसे तुरंत ही पानी दें। इसके बाद आप अपने पौधे को तब तक दोबारा पानी न दें, जब तक उसके गमले की मिट्टी सूखने ने लगे। इससे आपका पौधा बेहतरीन तरीके से बढ़ेगा।
पौधों का ठीक से विकास न होना
पौधे का ठीक से विकास होने का भी मतलब यही है कि उसे पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं मिल पा रहा है। इसलिए नियमित तौर पर अपने पौधे को सीमित मात्रा में पानी दें। हालांकि, इस दौरान मौसम को ध्यान में जरूर रखें। जैसे अगर अभी सर्दी का मौसम है तो आप अपने पौधे को वॉटर स्प्रे की मदद से पानी दें। वहीं, गर्मियों के दौरान पौधे को दो से तीन मग पानी देना काफी है।
पौधे का मुरझाना
अगर आपका कोई पौधा मुरझाने लगा है तो हो सकता है कि ऐसा उसे कम पानी देने के कारण हुआ हो। इसलिए रोजाना पौधों को पर्याप्त मात्रा में पानी दें। वहीं, अगर पौधा बहुत ज्यादा मुरझा गया है तो उसे गमले से हटाकर दूसरे गमले में अच्छी गुणवत्ता वाली मिट्टी के साथ लगाएं। इससे आपका पौधा पहले की तरह हरा-भरा लगने लगेगा और उसका विकास भी बेहतरीन तरीके से होने लगेगा।
पत्तियों का गिरना
अगर आपके किसी पौधे की पत्तियां सूखकर गिरने लगी हैं तो समझ जाइए कि उस पौधे को पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं मिल रहा है। वैसे पौधे की पत्तियों के गिरने के पीछे कुछ और भी कारण हो सकता है, इसलिए एक किसी माली को अपना पौधा दिखाए ताकि वह उसे देखकर पत्तियों के गिरने की असली वजह बता सके। इसके अतिरिक्त, पौधों को पर्याप्त पानी न मिलने के कारण उनकी पत्तियों का रंग भी हल्का हो सकता है।