चिकित्सीय गुणों से भरपूर होते हैं ये भारतीय मसाले, सेवन से मिलेंगे कई फायदे
भारतीय मसाले अपने स्वाद, जीवंत रंगों और बेहतरीन सुगंध के लिए दुनियाभर में मशहूर हैं। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि भारतीय मसाले स्वादिष्ट होने के साथ-साथ स्वास्थ्यवर्धक भी होते हैं! इसका कारण है कि मसालों में कई चिकित्सीय गुण होते हैं और इसका जिक्र कई अध्ययनों में भी मिलता है। आइए आज हम आपको कुछ ऐसे भारतीय मसालों के बारे में बताते हैं, जिनके सेवन से कई स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं।
हींग
हींग में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जिस कारण यह ब्रोंकाइटिस और अस्थमा जैसी समस्या को ठीक कर सकती है। इसमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो ब्लड प्रेशर को संतुलित रखने में काफी हद तक मदद करता है। इसके अतिरिक्त हींग में एनाल्जेसिक होते हैं, जिसे दर्द निवारक के रूप में जाना जाता है। साथ ही इसमें मौजूद एंटी-डायबिटिक गुण ब्लड शुगर को कम करने और सीरम इंसुलिन लेवल को बढ़ाने का काम कर सकते हैं।
लौंग
लौंग में यूजेनिया नामक तत्व होता है, जो दांतों के दर्द को कम करने का काम करता है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-इंफ्लेमेंटरी, एंटी-फंगल, एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-सेप्टिक गुण पाए जाते हैं, जो इम्युनिटी को मजबूती देकर सर्दी-खांसी की समस्याओं से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं। लौंग का सेवन पाचन क्रिया को दुरुस्थ रखने में भी कारगर है। यहां जानिए लौंग के सेवन से मिलने वाले अन्य स्वास्थ्य लाभ।
इलायची
इलायची में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट धमनियों से कोलेस्ट्रॉल को हटाकर हृदय को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। इसके अलावा ये धमनियों के सख्त होने और इससे होने वाली समस्या एथेरोस्क्लेरोसिस से भी राहत दिलाने में सहायक हैं। इलायची में एंटी-बैक्टीरियल गुण भी मौजूद होते हैं, जो मुंह के कीटाणुओं को दूर कर मुंह की बदबू से राहत दिलाने में सहायक होते हैं।
जीरा
अपने एंटी-इंफ्लेमेटरी और एनाल्जेसिक (दर्द निवारक) प्रभाव के कारण जीरा इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS) के रोगियों में पेट दर्द और ऐंठन को नियंत्रित कर सकता है। जीरे में फाइबर भी होता है, जो इसे वजन घटाने के लिए आदर्श बनाता है। इसमें ल्यूटिन नामक पोषक तत्व पाया जाता है, जो एक कारगर एंटी-ऑक्सीडेंट है। यह एंटी-ऑक्सीडेंट शरीर में फ्री रेडिकल्स को बेअसर कर स्तन कैंसर के साथ-साथ कई तरह के कैंसर को पनपने से रोकने में मदद कर सकता है।