क्या आपका कुत्ता बूढ़ा हो रहा है? इन संकेतों पर दें ध्यान
क्या है खबर?
कुत्ते तेजी से बड़े होते हैं और जब तक आप इस चीज को महसूस करेंगे, वे पहले से ही अपने शरीर और दिमाग में उम्र से संबंधित परिवर्तनों का सामना कर रहे होंगे।
कुत्तों की उम्र बढ़ना उनके आकार और नस्ल पर भी निर्भर करता है।
ऐसे कई संकेत हैं, जो दिखाते हैं कि कुत्ता बूढ़ा हो रहा है और इन पर ध्यान देते हुए आपको अपने पालतू जानवर की अतिरिक्त देखभाल शुरू कर देनी चाहिए।
#1
आचरण में बदलाव
सामान्य तौर पर कुत्तों में बुढ़ापे के शुरुआती लक्षण तब दिखाई देते हैं, जब वे 8-10 साल के हो जाते हैं, इसलिए जब आपका कुत्ता 7 साल की उम्र को पार कर जाए तो उसके आचरण पर जरूर ध्यान दें।
अगर उसे देखने और सुनने में परेशानी हो रही है तो समझ जाइए कि वह बूढ़ा हो रहा है।
इसके अलावा उसका कम सक्रिय होना और वजन बढ़ना भी इसी की ओर इशारा करता है।
#2
खान-पान की आदतें बदलना
उम्रदराज कुत्तों की आहार संबंधी आदतें बदल जाती हैं और वे कम या धीरे-धीरे खाते हैं।
अगर आपके कुत्ते में भी यही लक्षण दिखें तो उसे पशु चिकित्सक के पास ले जाएं और उसके लिए एक विशेष डाइट प्लान लें।
बूढ़े कुत्ते का खान-पान पोषण से भरपूर होना चाहिए, इसलिए उसकी डाइट में पर्याप्त प्रोटीन, फाइबर और वसा शामिल करना सुनिश्चित करें।
इसके अलावा उसके भोजन में ओमेगा-6, जिंक, मैग्नीशियम और पोटैशियम का सही मिश्रण भी होना चाहिए।
#3
अधिक नींद आना
बढ़ती उम्र में कुत्तों के सोने के घंटे भी बढ़ जाते हैं। इसका मतलब है कि वह पहले से अधिक लंबी और गहरी नींद लेगा।
इसे ध्यान में रखते हुए सुनिश्चित करें कि उसका बिस्तर हमेशा मुलायम और आरामदायक हो, ताकि उसे किसी तरह की परेशानी न हो। इसके अलावा कुत्ते का बिस्तर आपके घर के गर्म हिस्से में होना चाहिए।
सर्दियों में खासतौर पर उसे ठंड से बचाने के लिए उसके बिस्तर पर एक ऊनी कंबल जरूर रखें।
#4
कम सक्रिय होना
बुढ़ापे की ओर बढ़ते हुए कुत्ते कम सक्रिय हो जाते हैं, लेकिन उन्हें स्वस्थ रखने के लिए उनसे रोजाना मस्तिष्क की गतिविधियां करवाएं।
लुका-छिपी और पालतू जानवरों के खिलौनों की पहेली बनाने जैसी गतिविधियों से उन्हें अपना दिमाग तेज रखने में मदद मिल सकती है।
इसके अलावा उन्हें रोजाना खुले और हरे-भरे मैदान में घुमाने के लिए जरूर लेकर जाएं, ताकि वह खुद को ताजगी से भरपूर महसूस करें।
#5
समय-समय पर जांच करवानी है जरूरी
जैसे-जैसे कुत्तों की उम्र बढ़ती है, नियमित आधार पर जांच के लिए उसे पशु चिकित्सक के पास ले जाएं।
वार्षिक या द्विवार्षिक टेस्ट के साथ-साथ यह सुझाव दिया जाता है कि आप अपने बूढ़े कुत्ते का साल में एक बार ब्लड टेस्ट जरूर करवाएं।
इसके अलावा अपने कुत्ते की सफेद और लाल रक्त कोशिकाओं और उसकी किडनी और लीवर के कार्य की भी जांच करवाएं। यह किसी भी प्रकार की बीमारी का पता लगाने का एक आसान तरीका है।