रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने में सहायक हैं ये फल, डाइट में जरूर करें शामिल
रोग प्रतिरोधक क्षमता शरीर को ऐसा सुरक्षा कवच प्रदान करती है जिससे शरीर जल्दी किसी बीमारी या फिर संक्रमण की चपेट में नहीं आता है। एक स्वस्थ शरीर के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता का मजबूत होना जरूरी है। इसके लिए आप अपनी डाइट में कुछ ऐसे फलों को शामिल कर सकते हैं जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने में काफी सहयोग प्रदान करते हैं। आइए आपको ऐसे ही कुछ फलों के बारे में बताते हैं।
संतरा
संतरा विटामिन-C से समृद्ध होता है जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में काफी मदद कर सकता है। यही नहीं, संतरे में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव मुक्त कणों से भी बचाता है। मुक्त कण हमारे शरीर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस का कारण बनते हैं जिससे शरीर में कई तरह की बीमारियों का जोखिम बढ़ सकता है। संतरे का एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव इन समस्याओं को कम करके रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने में मदद कर सकता है।
चकोतरा
चकोतरा संतरे की तरह दिखने वाला फल है जिसका अंदरूनी भाग गुलाबी रंग का होता है। यह फल विटामिन-A, विटामिन-C और फोलेट का अच्छा स्त्रोत है और ये सभी पोषक तत्व रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूती देने में मदद कर सकते हैं। इस आधार पर रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने के लिए चकोतरा का सेवन एक स्वादिष्ट और पौष्टिक विकल्प हो सकता है। हर दिन आधा चकोतरा डाइट में शामिल करना लाभदायक हो सकता है।
सेब
'एन एप्पल ए डे कीप्स द डॉक्टर अवे' इस कहावत से तो आप भली-भांति वाकिफ होंगे। इसका मतलब है कि अगर आप रोजाना एक सेब खाएंगे तो बीमारियों से दूर रहेंगे। दरअसल, सेब में मौजूद विटामिन-C और अन्य एंटी-ऑक्सीडेंट शरीर को ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस के दुष्प्रभावों से बचाकर रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूती देते हैं। इसके अलावा इसमें एंटी-प्रोलीफेरेटिव गुण भी मौजूद हैं जो शरीर की कोशिकाओं को सुरक्षित रखने में मदद कर सकते हैं।
नील बदरी
नील बदरी यानि ब्लूबेरी भी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूती प्रदान करने वाले फलों की सूची में शामिल है। इसमें मौजूद फाइटोकेमिकल्स शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर करने में मदद कर सकते हैं। यही नहीं, नील बदरी में मौजूद बायोएक्टिव यौगिक में एंटीऑक्सीडेंट गुण मौजूद होते हैं जो शरीर को कई गंभीर बीमारियों से बचाने के साथ-साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूती देने में भी सहायक हैं। रोजाना आधा या एक कप नील बदरी का सेवन करें।