अपने दिमाग को तेज बनाने के लिए करें ये पांच एक्सरसाइज
क्या है खबर?
जिस तरह शरीर की एक्सरसाइज करने से शरीर की मांसपेशियों का निर्माण होता है, उसी तरह नियमित रूप से दिमाग की एक्सरसाइज करने और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने से दिमाग की ताकत बढ़ती है।
दिमाग की एक्सरसाइज करने से आपकी याददाश्त, एकाग्रता और ध्यान केंद्रित करने की शक्ति बढ़ती है, जिससे आपके दैनिक काम आसान हो जाते हैं।
आज हम आपको दिमाग की पांच महत्वपूर्ण एक्सरसाइज के बारे में बताने जा रहे हैं, जिससे आपका दिमाग मजबूत बन सकता है।
स्विचिंग हैंड
दैनिक काम करते वक्त समय-समय पर अपने हाथों को स्विच करें
अगर आप अपने सारे काम दाएं हाथ से करते हैं, तो अब से दैनिक काम करते वक्त समय-समय पर आप अपने बाएं हाथ को इस्तेमाल करने की कोशिश करें।
इस तरह आप दांत ब्रश करने, कंप्यूटर का माउस या लैपटॉप का टच-पैड इस्तेमाल करने के लिए हाथ स्विच कर सकते हैं।
शुरुआत में यह करना थोड़ा मुश्किल हो सकता है, लेकिन अभ्यास से यह आसान हो जाएगा।
इससे आपका दिमाग तेज होता है और उसकी गतिविधि बढ़ जाती है।
जिगसॉ पजल
जिगसॉ पजल हल करते समय दिमाग कई संज्ञानात्मक क्षमताओं का उपयोग करता है
सभी लोग जानते हैं कि जिगसॉ पजल हल करने से दिमाग की क्षमता बढ़ती है।
दरअसल, पजल हल करते समय दिमाग कई संज्ञानात्मक क्षमताओं का इस्तेमाल करता है।
इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि जब आप पजल हल कर रहे होते हैं, तो आप अलग-अलग कई टुकड़ों को देखते हैं और यह पता लगाते हैं कि चित्र को पूरा करने के लिए उसे कहां फिट कर सकते हैं।
यह चुनौती आपके दिमाग को मजबूत बनाने में मदद करती है।
जानकारी
बोलकर किताबें पढ़ने से बढ़ती है आपकी कल्पना शक्ति
ब्रेन इमेजिंग के दौरान यह देखा गया कि दिमाग के तीन अलग-अलग क्षेत्र जागृत होते हैं, जब एक ही शब्द को पढ़ा, बोला या सुना जाता है। अगर आप खुद के लिए बोलकर नहीं पढ़ना चाहते हैं तो अपनी पत्नी/बच्चे के लिए ऐसा करें।
मेडिटेशन
मेडिटेशन करने से ध्यान देने और याददाश्त में होती है वृद्धि
मेडिटेशन, दिमाग की एक प्रचलित एक्सरसाइज है, जो वर्तमान में तनाव दूर करने का सबसे अच्छा तरीका बना हुआ है।
मेडिटेशन न केवल आपके दिमाग को शांत करता है, बल्कि यह आत्म-अवलोकन कौशल में सुधार करने और मानसिक क्षमता को बढ़ाने के लिए नए तंत्रिका मार्गों को संलग्न करने में मदद कर सकता है।
रीसर्च से यह बात सामने आयी है कि मेडिटेशन से ध्यान देने और याददाश्त में वृद्धि होती है।
नक्शा बनाना
किसी नई जगह जाने के बाद नक्शा बनाएं
यह दिमाग के लिए थोड़ा अलग अभ्यास है, जिसे आप आजमा सकते हैं। दरअसल, किसी नई जगह पर जाने के बाद अपनी याददाश्त का इस्तेमाल करके उस जगह का नक्शा बनाएं।
उसके बाद उसमें आस-पास के क्षेत्रों को जोड़कर इस अभ्यास को आगे बढ़ाएं।
जब आप छोटे-छोटे विवरणों को याद रखने की कोशिश करते हैं, तो आपके दिमाग के कई क्षेत्र सक्रिय हो जाते हैं।
इसके अलावा आप जिन क्षेत्रों से ज़्यादा परिचित न हों, उनका भी नक्शा बनाएं।