इंग्लैंड: 7 मिनट में होगा कैंसर का उपचार, सिर्फ लगेगा एक इंजेक्शन
इंग्लैंड की राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (NHS) दुनिया की पहली ऐसी सेवा प्रदान करने जा रही है, जिसके जरिए 7 मिनट में कैंसर का उपचार किया जा सकता है। मेडिसिन्स एंड हेल्थकेयर प्रोडक्ट्स रेगुलेटरी एजेंसी (MHRA) से मंजूरी पाने के बाद NHS ने मंगलवार को कहा कि जिन सैकड़ों रोगियों का इम्यूनोथेरेपी से इलाज किया गया था, उन्हें अब एटेजोलिजुमाब का इंजेक्शन लगाने के लिए तैयार किया गया है। इससे कैंसर के इलाज का समय कम हो जाएगा।
एटेजोलिजुमैब दवा वाले इंजेक्शन से होगा उपचार
NHS फाउंडेशन ट्रस्ट के सलाहकार ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ अलेक्जेंडर मार्टिन ने कहा, "यह मंजूरी न केवल हमें अपने मरीजों के लिए सुविधाजनक और तेज देखभाल प्रदान करने की अनुमति देगी, बल्कि हमारी टीमों को दिनभर में अधिक मरीजों का इलाज करने में सक्षम बनाएगी।" NHS ने कहा कि एटेजोलिजुमैब को टेकेंट्रिक भी कहा जाता है, जो आमतौर पर रोगियों को सीधे उनकी नसों में ड्रिप के माध्यम से दिया जाता है।
कुछ रोगियों के उपचार में लग सकता है अतिरिक्त समय
वैसे तो इस कैंसर के उपचार में महज 7 मिनट लगते हैं, लेकिन कुछ रोगियों के लिए इस प्रक्रिया में 30 मिनट या 1 घंटा लग सकता है। ऐसे में कैंसर के इंजेक्शन को नसों की बजाय त्वचा के नीचे इंजेक्ट किया जाएगा। ऐसा करने वाला इंग्लैंड पहला देश होगा। बता दें कि टेकेंट्रिक एक इम्यूनोथेरेपी दवा है, जो रोगी की रोग प्रतिरोधक क्षमता को कैंसर कोशिकाओं का पता लगाने और उन्हें नष्ट करने में सक्षम बनाती है।
कई कैंसर का कम समय में होगा उपचार
NHS ने कहा कि उसे उम्मीद है कि उसके 3,600 कैंसर रोगियों में से अधिकांश, इंग्लैंड में हर साल एटेजोलिजुमाब से इलाज शुरू करेंगे और हमेशा इस समय बचाने वाले इंजेक्शन का विकल्प चुनेंगे। इसके अलावा यह भी कहा गया है कि वर्तमान में इसका उपयोग फेफड़े, स्तन, लीवर और मूत्राशय के कैंसर सहित विभिन्न प्रकार के कैंसर के इलाज के लिए किया जाएगा।
सबसे सुरक्षित कैंसर उपचार- पीटर जॉनसन
द गार्जियन से बात करते हुए NHS के राष्ट्रीय निदेशक प्रोफेसर पीटर जॉनसन ने कहा कि इस कदम ने इस बात पर जोर दिया है कि कैसे एक नवाचार-संचालित स्वास्थ्य सेवा रोगियों के लिए सबसे उन्नत कैंसर उपचार सुरक्षित करने में सक्षम है। उन्होंने आगे कहा, "इस उपचार की विश्व-प्रथम शुरूआत का मतलब यह होगा कि सैकड़ों मरीज अस्पताल में कम समय बिता सकेंगे और NHS कीमोथेरेपी इकाइयों में अपना बहुमूल्य समय बचा सकेंगे।"