
ब्रिटेन: महिला कर्मचारी के गर्भवती होने पर बॉस ने नौकरी से निकाला, भुगतना पड़ा नुकसान
क्या है खबर?
ब्रिटेन में रहने वाली शार्लेट लीच नामक महिला ने जब अपनी महिला बॉस को खुद के गर्भवती होने की खुशखबरी दी तो बॉस ने शुभकामनाएं देने की जगह उसे नौकरी से ही निकाल दिया।
नौकरी से निकाले जाने के कुछ दिनों बाद ही शार्लेट का मिसकैरिज (गर्भपात) हो गया और वह पूरी तरह से टूट गई।
इसके बाद शार्लेट ने कंपनी के खिलाफ मुकदमा दायर किया। सख्त कार्रवाई के बाद शार्लेट को मुआवजे में 15 लाख रुपये मिले हैं।
पृष्ठभूमि
शार्लेट के पहले भी हो चुके है मिसकैरिज
इंग्लैंड के एसेक्स में रहने वाली 34 वर्षीय शार्लेट ने CIS सर्विसेज कंपनी में मई 2021 से काम करना शुरू किया था। वह सालाना लगभग 20 लाख रुपये तक कमाती थीं।
शार्लेट के पहले से कई बार मिसकैरिज हो चुके थे। ऐसे में इस बार जब वह गर्भवती हुई तो वह बहुत खुश थीं।
उन्होंने यह खुशी अपनी महिला बॉस को बताने का निर्णय किया। उन्हें लगा कि बॉस खुद एक मां है और वह उनकी खुशी को समझेंगी।
कारण
बॉस ने शार्लेट को नौकरी से क्यों निकाला?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, जब शार्लेट ने बॉस को अपने गर्भवती होने की खुशखबरी दी तो बॉस ने उसे बधाई देने के बजाए टर्मिनेशन लेटर दे दिया।
बॉस का कहना था कि शार्लेट ने नया कर्मचारी कॉन्ट्रैक्ट साइन नहीं किया था, इसलिए उसके पास मैटरनिटी लीव नहीं है और कंपनी पर उसे नौकरी पर रखने का कोई दायित्व नहीं है।
फायर किए जाने के बाद शार्लेट बहुत अपमानित और कमजोर महसूस कर रही थीं।
प्रभाव
फायर किए जाने के कुछ दिनों बाद फिर हो गया मिसकैरिज
कंपनी से निकाले जाने की बात से शार्लेट की जिंदगी पर काफी बुरा प्रभाव पड़ा था और वह मानसिक तौर पर अस्वस्थ हो गई थी।
दुख की बात यह है कि फायर किए जाने के कुछ दिनों बाद ही शार्लेट ने अपना बच्चा भी खो दिया। उसका फिर से मिसकैरिज हो गया।
इस बार वह पूरी तरह से टूट गई थी और उसे लगने लगा था कि वह किसी लायक नहीं हैं।
कार्रवाई
शार्लेट को मुआवजे के तौर पर मिले 15 लाख रुपये
रिपोर्ट के मुताबिक, मिसकैरिज के बाद शार्लेट ने रोजगार न्यायाधिकरण में मामला दर्ज करा दिया।
शार्लेट ने कोर्ट में बताया, "ऐसी स्थिति में अचानक फायर करने से मुझे ठेस पहुंची। इसी वजह से मेरी जिंदगी पर काफी बुरा असर पड़ा है। मैं दूसरी नौकरी नहीं कर पा रही, क्योंकि मुझे अब पैनिक अटैक आने लगे हैं।"
न्यायाधिकरण ने मामले को गंभीरता से लेते हुए बॉस को दोषी माना और शार्लेट को बतौर मुआवजा 15 लाख रुपये देने के आदेश दिए।