अक्टूबर में आने वाले त्योहार: दूर्गा पूजा से लेकर दशहरा तक, जानिए प्रमुख त्योहारों की सूची
क्या है खबर?
भारतीय त्योहार हमारे देश की समृद्ध सांस्कृतिक छवि को दर्शाते हैं। ये सभी त्योहार लोगों को एक साथ लाने और पीढ़ियों से चली आ रही परंपराओं का जश्न मनाने को लेकर हैं।
अब अंग्रेजी कैलेंडर का दसवां महीना यानी अक्टूबर जल्द ही शुरू होने वाला है, जिसमें ढेर सारे त्योहार मनाए जाते हैं।
ऐसे में आइये आज अक्टूबर में आने वाले त्योहारों की तारीख और उनका महत्व जानते हैं।
#1
महात्मा गांधी जयंती
हर साल 2 अक्टूबर को मोहनदास करमचंद गांधी के जन्मदिन के अवसर पर गांधी जयंती मनाई जाती है।
गांधी जी का जन्म 2 अक्टूबर, 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था। भारत की आजादी में गांधी जी के अतुल्य योगदान पर हर भारतीय को गर्व है।
गांधी को पूरे विश्व में उनके अहिंसात्मक आंदोलन के लिए जाना जाता है। इस कारण विश्व स्तर पर 2 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।
#2
लाल बहादुर शास्त्री जयंती
लाल बहादुर शास्त्री स्वतंत्र भारत के दूसरे प्रधानमंत्री थे। उनकी जयंती भी 2 अक्टूबर को ही मनाई जाती है।
उनका जन्म 1904 में उत्तर प्रदेश में हुआ था। वे सादगी से जीवन जीते थे और जीवनभर अपनी ईमानदारी और विनम्रता के लिए जाने जाते थे।
शास्त्री जी ने 1965 में भारत-चीन युद्ध के समय 'जय जवान, जय किसान' का नारा भी दिया था।
#3
शरद नवरात्रि
नवरात्रि साल में 2 बार मनाई जाती है। एक बार वसंत ऋतु में जिसे चैत्र नवरात्रि कहा जाता है और दूसरी बार शरद ऋतु में जिसे शरद या शारदीय नवरात्रि कहा जाता है।
इस बार यह त्योहार 15 अक्टूबर से शुरू होगा और 24 अक्टूबर को दशहरा तक जारी रहेगा।
यह 9 दिवसीय त्योहार देवी दुर्गा और उनके 9 अवतारों को समर्पित है। इस दौरान लोग देवी की पूजा-अर्चना करने के साथ-साथ व्रत भी रखते हैं।
#4
दुर्गा पूजा
भारत के बड़े त्योहारों में से एक दुर्गा पूजा भी है, जिसे बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। हालांकि, पश्चिम बंगाल में इसके जश्न की एक अलग ही धूम होती है।
यह त्योहार 20 से 24 अक्टूबर तक चलेगा। इस 5 दिवसीय त्योहार के दौरान भक्त अपने घरों और पंडालों को सजाते हैं, नए कपड़े पहनते हैं, देवी दुर्गा की पूजा करते हैं और साथ उत्सव मनाते हैं।
यह त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।
#5
दशहरा
नवरात्रि के 9 दिन पूरे होने के बाद दशहरा मनाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि दशमी तिथि को भगवान राम ने रावण का वध करके सीता का छुड़वाया था।
इस त्योहार पर रावण के पुतले का दहन करके लोग अपने अंदर की बुराई को दूर करके राम के गुण लेने की चेष्ठा करते हैं।
इस मौके पर कई जगहों पर रामलीला का भी आयोजन किया जाता है, जिसमें भगवान राम के इतिहास और कहानी को दर्शाया जाता है।