डेंगू: भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश में प्रसार तेज, जानिये कैसे फैलता है यह बुखार
क्या है खबर?
कोरोना वायरस महामारी के साथ-साथ भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश इस साल डेंगू बुखार का प्रकोप भी झेल रहे हैं।
हालिया सालों में इस साल डेंगू के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं और इसने पहले से ही दबाव झेल रहे स्वास्थ्य तंत्र की चुनौतियां और बढ़ा दी हैं।
पिछले महीने के अंत तक भारत के 15 राज्यों में 1.15 लाख से अधिक लोग डेंगू की चपेट में आ चुके थे। इसी तरह बांग्लादेश और पाकिस्तान में मामले बढ़े हैं।
डेंगू
पाकिस्तान और बांग्लादेश में कितने मामले?
पाकिस्तान के पंजाब में इस साल 8 नवंबर तक डेंगू के 19,021 और सिंध में 4,273 मामले सामने आए हैं और 75 से अधिक मौतें हो चुकी हैं। राजधानी इस्लामाबाद में भी कुछ दिनों से इसका प्रकोप बढ़ रहा है।
अगर बांग्लादेश की बात करें तो जनवरी के बाद से यहां 95 लोगों की डेंगू के कारण मौत हो चुकी है और करीब 25,000 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है।
प्रसार
दुनिया की आधी आबादी पर डेंगू का खतरा
अमेरिका के सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल (CDC) के अनुसार, दुनिया की लगभग आधी आबादी ऐसे इलाकों में रहती हैं, जहां डेंगू का खतरा है। वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन का अनुमान है कि हर साल 10 से 40 करोड़ लोग डेंगू की चपेट में आते हैं।
डेंगू फैलाने वाले मच्छर समुद्र तल से 2,000 मीटर से कम की ऊंचाई वाले इलाकों में रहते हैं और इन्हें जनन करने के लिए 16 डिग्री से अधिक तापमान की जरूरत होती है।
जानकारी
पिछले कुछ दशकों में बढ़ा है डेंगू का प्रकोप
डेंगू एक वायरल इंफेक्शन है और यह मादा ऐडीज ऐजिप्टी मच्छर के काटने से फैलता है। जब डेंगू से संक्रमित व्यक्ति को मच्छर काटता है तो वह भी संक्रमित हो जाता है। फिर जब वह किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटता है तो उसे भी बीमार कर देता है।
एक संक्रमित मच्छर अपने तीन से चार हफ्ते के पूरे जीवनकाल में अनगिनत लोगों को काटकर उन्हें बीमार कर सकता है।
पिछले कुछ दशकों में डेंगू का प्रकोप ज्यादा बढ़ा है।
लक्षण
डेंगू के लक्षण क्या हैं?
आमतौर पर मच्छरों के काटने के 4-5 दिन बाद लक्षण दिखने शुरू होते हैं जो एक हफ्ते या इससे ज्यादा समय रहते हैं।
डेंगू से संक्रमित हर चार में से एक व्यक्ति बीमार पड़ता है। इनमें सिरदर्द, बुखार, पेट दर्द, मुंह और नाक से खून आना, मांसपेशियों में दर्द, उल्टी आना और डायरिया जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं।
वहीं हर 20 में से एक व्यक्ति में लक्षण गंभीर हो जाते हैं, जो जानलेवा साबित हो सकते हैं।
जानकारी
क्या डेंगू का कोई इलाज है?
डेंगू के इलाज के लिए कोई विशेष दवा नहीं है। इससे संक्रमित लोगों को आराम करने, पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ पीने और दर्द निवारक दवाएं जैसे पैरासिटामोल आदि लेने की सलाह दी जाती है ताकि बुखार से बचा जा सके।
बचाव के उपाय
डेंगू से बचाव के लिए क्या करें?
डेंगू से बचने के लिए किए जा सकते हैं ये उपाय:
1) लंबी आस्तीन वाली शर्ट और लंबी पैंट पहनें।
2) खाली बर्तनों और बाल्टियों को उल्टा करें ताकि उनमें पानी न रुक सके।
3) शरीर के खुले अंगों पर मच्छर से बचाने वाली क्रीम और लोशन लगाएं।
4) घर के आसपास कहीं भी पानी इकट्ठा न होने दें।
5) सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें।
6) अपने डस्टबिन को नियमित साफ करें और ढककर रखें।