कोरोना वायरस महामारी के बीच अब डेंगू का खतरा, जानिए बड़ी बातें
इस समय देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है और प्रतिदिन रिकॉर्ड मामले आ रहे हैं। इसी बीच एक और खतरनाक बीमारी 'डेंगू' सामने आ रही है। मानसून के परवान चढ़ने के साथ डेंगू ने भी बड़े स्तर पर लोगों को चपेट में लेना शुरू कर दिया है। हालांकि, दोनों बीमारियों का खतरा और प्रसार की दर अलग-अलग है, लेकिन दोनों के तेजी से प्रसार से चिकित्सा व्यवस्था चरमरा सकती है। इसी तरह प्रतिरक्षा प्रणाली भी कमजोर हो सकती है।
डेंगू और कोरोना वायरस के बीच यह है अंतर
डेंगू एक मच्छर जनित वायरल संक्रमण है जो एक संक्रमित एडीज एजिप्टी या एडीज एल्बोपिक्टस मच्छर के काटने के कारण होता है। यह बीमारी दुनिया भर के 100 से अधिक देशों में प्रचलित है। दूसरी ओर, COVID-19 नए खोजे गए कोरोना वायरस SARS-CoV-2 के कारण होता है। एक अत्यधिक संक्रामक रोग है। इसका प्रकोप पिछले साल दिसंबर में चीन में शुरू हुआ था और उसके बाद पूरी दुनिया में फैल गया।
दोनों बीमारियां साबित हो सकती है खतरनाक संयोजन
यदि वर्तमान में डेंगू का प्रकोप बढ़ता है तो यह कोरोना महामारी से निपटने के लिए की गई चिकित्सा व्यवस्थाओं के लिए विनाशकारी साबित हो सकता है। सबसे बड़ी बात यह है कि कोरोना वायरस की अभी तक कोई वैक्सीन भी नहीं आई है। इसके अलावा दोनों बीमारियों से बचने के उपाय भी एक-दूसरे से अलग हैं। उदाहरण के लिए, कोरोना से बचाव के लिए घर रहना जरूरी है और घर में मच्छरों के काटने का खतरा बढ़ जाएगा।
लॉकडाउन प्रतिबंध और एक समान लक्षण भी हैं चुनौतीपूर्ण
डेंगू के प्रसार को कम करने या रोकने के लिए मच्छर-प्रजनन स्थलों को नष्ट करना शामिल है। विशेष रूप से उन क्षेत्रों में जहां पानी का भराव होता है। दूसरी ओर कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए लागू लॉकडाउन और अन्य प्रतिबंधों के कारण प्रतिबंधित क्षेत्रों में डेंगू निवारक उपाय कम हुए या पूरी तरह से बंद है। एक अन्य चुनौती यह है कि दोनों बीमारियों में आमतौर पर तेज बुखार और शरीर में दर्द की शिकायत होती है।
दोनों बीमारियों से संबंधित प्रकोपों की तुलना
नेशनल वेक्टर बॉर्न डिजीज कंट्रोल प्रोग्राम (NVBDCP) के आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल भारत में 1,36,422 डेंगू के मामले सामने आए थे और करीब 132 लोगों की इस बीमारी से मौत हो गई थी। इस साल, डेंगू का मौसम शुरू हो गया है। दूसरी ओर तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस ने अब तक 11,18,043 लोगों को अपनी जकड़ में ले लिया है और इनमें से 27,497 लोगों की मौत हो चुकी है। ऐसे में दोनों का बड़ा खतरा है।
राज्यों ने कोरोना महामारी के बीच डेंगू से बचने के लिए क्या की तैयारी?
रिपोर्ट्स के अनुसार कई राज्य यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहे हैं कि डेंगू का मौसम स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली के संकट से न जुड़े। इसके लिए पंजाब सरकार ने पिछले सप्ताह एक व्यापक स्वच्छता अभियान शुरू किया। पश्चिम बंगाल में स्वास्थ्य अधिकारी मेडिकल पेशेवरों को कोरोना महामारी और डेंगू के बीच अंतर करने के लिए और साथ ही दोनों से संक्रमित रोगियों से निपटने के लिए नए प्रोटोकॉल तैयार करने में जुटे हैं।
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए उपाय
1) अपने हाथों को साबुन लगाकर अच्छी तरह से और नियमित रूप से धोएं। 2) अपनी आंखों, नाक और मुंह को बार-बार छूने से बचें। 3) सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करें और घर से बाहर निकलते समय आवश्यक रूप से मास्क पहनें। 4) खांसी/छींक आने पर हथेलियों की जगह अपनी कोहनी या बांह का उपयोग करें। 5) यदि आप कोरोना के लक्षण रखते हैं तो स्वयं को क्वारंटाइन करें और चिकित्सक से परामर्श करें।
डेंगू की चपेट में आने से बचने के उपाय
डेंगू के मच्छरों द्वारा काटे जाने से बचने के लिए किए जा सकते हैं यह उपाय: 1) लंबी आस्तीन वाली शर्ट और लंबी पैंट पहनें। 2) खाली बर्तनों और बाल्टियों को उल्टा करना सुनिश्चित करें। 3) अपने शरीर के खुले अंगों पर मच्छर से बचाने वाली क्रीम और लोशन लगाएं। 4) अपनी खिड़कियों और दरवाजों के सभी छिद्रों को बंद करें। 5) सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें। 6) अपने डस्टबिन को नियमित साफ करें और ढंककर रखें।