तेलंगाना के इस परिवार पर काल बनकर टूटा डेंगू, 24 दिनों में चार लोगों की मौत
तेलंगाना में डेंगू ने 24 दिनों के अंदर एक ही परिवार के चार लोगों की जान ले ली। बुधवार शाम को इस आदिवासी परिवार की 25 वर्षीय गुडीमल्ला सोनी ने हैदराबाद के एक अस्पताल में दम तोड़ा। वह डेंगू के कारण जान गंवाने वाली अपने परिवार की चौथी सदस्य थीं। सोनी ने अपनी मौत से एक दिन पहले बेटे को जन्म दिया था और उससे एक दिन पहले डेंगू के कारण उनकी छह साल की बेटी की मौत हुई थी।
सबसे पहले सोनी के पति को हुआ था डेंगू
सोनी के दो दिन के बेटे को भी बुखार है और उसे डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है। इस महीने की शुरुआत में सोनी के पति गुडीमल्ला राजागट्टू को डेंगू हुआ था। राजागट्टू एक प्राइवेट स्कूल में अध्यापक थे। डेंगू होने के बाद उन्हें करीमनगर में अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। अस्पताल में भर्ती होने के पांच दिन बाद उन्होंने अस्पताल में दम तोड़ दिया था।
राजगट्टू के बाद हुई उनके दादा की मौत
राजागट्टू अपने परिवार के एकमात्र कमाने वाले सदस्य थे। उनका परिवार उनकी मौत के गम से उबर पाता, उससे पहले ही राजगट्टू के 70 वर्षीय दादा की डेंगू के कारण मौत हो गई। सोनी के परिवार पर मुश्किलों का पहाड़ टूटना अभी बंद नहीं हुआ था। 27 अक्टूबर को अस्पताल में डेंगू का इलाज करवा रही सोनी की बेटी श्रीवर्षिनी की भी मौत हो गई। इसी दौरान पता चला कि नौ महीने की गर्भवती सोनी को भी डेंगू है।
बेटी की मौत के बाद अस्पताल में भर्ती हुई थीं सोनी
बेटी की मौत के बाद सोनी को डेंगू होने का पता लगने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां पर मंगलवार को उसने बेटे को जन्म दिया और बुधवार को दम तोड़ दिया। पिछले 24 दिनों के भीतर राजगट्टू परिवार के अधिकतर लोगों की मौत हो गई है। इससे सोनी और राजगट्टू के दो बच्चे अनाथ हो गए हैं। अब उनके परिवार में उनके दो बेटे श्रीविकास और दो दिनों का नवजात बच्चा है।
तेलंगाना हाई कोर्ट ने राज्य सरकार को लगाई फटकार
तेलंगाना में डेंगू के बढ़ते मामलों और लोगों में जागरूकता की कमी को लेकर पिछले सप्ताह हाई कोर्ट ने राज्य सरकार को फटकार लगाई थी। कोर्ट ने कहा था कि सरकार डेंगू से हुई मौतों का रिकॉर्ड क्यों नहीं रख रही है।