पाकिस्तानी झंडे में लिपटा दिखा गिलानी का शव, UAPA के तहत दर्ज किया गया मामला
जम्मू-कश्मीर के अलगवाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी का शव पाकिस्तान के झंडे में लपेटने के मामले में पुलिस ने मामला दर्ज किया है। ब्रॉडबैंड सेवा बहाल होने के बाद सामने आए कई वीडियो में दिख रहा है कि पुलिस को शव सौंपे जाने से पहले उस पर पाकिस्तान का झंडा रखा हुआ है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बताया कि इस मामले में गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधनियम (UAPA) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
बुधवार को हुआ था गिलानी का निधन
अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी का बुधवार रात को 92 साल की उम्र में निधन हो गया था। कड़ी सुरक्षा के बीच कुछ ही घंटे बाद पुलिस ने उनके शव को दफना दिया था। वो पिछले दो दशकों से किडनी से जुड़ी बीमारी से पीड़ित थे और कई सालों से हैदरपोरा स्थित अपने आवास पर नजरबंद थे। उनके निधन के बाद घाटी में इंटरनेट बंद कर दिया गया था और सुरक्षा बंदोबस्त कड़े किए गए थे।
बडगाम पुलिस ने दर्ज किया मामला
घाटी में अभी मोबाइल इंटरनेट सेवा पर पाबंदी है, लेकिन ब्रॉडबैंड सेवा बहाल कर दी गई है। इसके बाद सामने आए वीडियो में दिख रहा है कि जैसे ही पुलिस शव को अपने कब्जे में लेने के लिए आगे बढ़ी, गिलानी के सहयोगियों ने पाकिस्तान का झंडा हटा दिया। बडगाम पुलिस ने बताया कि अज्ञात लोगों के खिलाफ शव को पाकिस्तानी झंडे में लपेटने और राष्ट्र विरोधी नारे लगाने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है।
गिलानी के परिवार ने पुलिस के साथ की बदसलूकी- DGP
जम्मू-कश्मीर पुलिस महानिदेशक (DGP) दिलबाग सिंह ने कहा कि गिलानी के घर पर लोगों ने पुलिस अधिकारियों के साथ बदसलूकी की और वहां देश विरोधी नारे लगाए जा रहे थे। फोन कॉल और सोशल मीडिया के जरिये लोगों को भड़काने का प्रयास भी किया जा रहा था। सिंह ने कहा, "हमें गिलानी के परिवार और दूसरे लोगों से ऐसे बर्ताव की उम्मीद नहीं थी, वो भी तब जब पुलिस लगातार गिलानी और उनके परिवार के संपर्क में थी।"
गिलानी के परिवार ने पुलिस पर लगाए आरोप
गिलानी के परिवार का आरोप है कि पुलिसकर्मी दरवाजे तोड़कर अंदर घुसे और महिलाओं के साथ बदसलूकी की। उनके बेटे नसीम गिलानी ने कहा, "हम शव को सुबह दफनाना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने मना कर दिया। उन्होंने दरवाजे तोड़ दिए और महिलाओं से खराब बर्ताव किया। पुलिस शव को छीनकर ले गई और हम अंतिम संस्कार में भी शामिल नहीं हो पाए।" वहीं पुलिस ने अंतिम संस्कार में गिलानी के रिश्तेदारों के शामिल होने की बात कही है।
घाटी में जारी हैं पाबंदियां
पाकिस्तान समर्थक गिलानी के मौत के बाद से ही घाटी में कई पाबंदियां जारी हैं। लोगों को जमा होने से रोकने के लिए हैदरपोरा में गिलानी के घर की तरफ जाने वाले रास्ते सील हैं। श्रीनगर के पुराने इलाके में भी पाबंदियां जारी हैं और बनिहाल से बारामूला के बीच रेल सेवा को भी ठप कर दिया है। शुक्रवार रात को थोड़ी देर इंटरनेट सेवा शुरू की गई थी, जो शनिवार सुबह दोबारा बंद कर दी गई।