उत्तर प्रदेश: फिरोजाबाद में पिछले 10 दिनों में 45 बच्चों की मौत, डेंगू की आशंका
उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में इस समय मौसमी बीमारी का प्रकोप कहर बनकर टूट रहा है। यहां पिछले 10 दिनों में विभिन्न मौसमी बीमारियों से 45 बच्चों सहित कुल 53 लोगों की मौत हो चुकी है। बच्चों की मौत के पीछे डेंगू की आशंका जताई जा रही है, लेकिन अभी स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है। चिकित्सा विभाग के अधिकारी मौत के कारणों की जांच में जुटे हुए हैं। इधर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी जांच के आदेश दिए हैं।
फिरोजाबाद मेडिकल कॉलेज में भयावह बने हुए हैं हालात
मौसमी बीमारी के कारण फिरोजाबाद मेडिकल कॉलेज में हालत भयावह बने हुए हैं। अस्पताल में बुखार से पीड़ित बच्चों की कतारें लगी हुई है और अधिकतर बेड भरे हुए हैं। परिजन अपने-अपने बच्चों के जल्द ठीक होने की दुआ कर रहे हैं। मंगलवार को छह वर्षीय मासूम लकी ने तीन दिन के बुखार के बाद दम तोड़ दिया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। फिरोजाबाद में अब तक हुई 45 बच्चों की मौत से अस्पताल में दहशत का माहौल है।
तीन दिन पहले हुई बेटी की मौत, बेटे की भी हालत खराब
NDTV के अनुसार, अस्पताल में भर्ती अपने मासूम बेटे के पास बैठे सुनील ने कहा कि तीन दिन पहले ही बुखार से उसकी बेटी अंजलि की मौत हो गई थी और अब उसके बेटे की भी हालत बेहद खराब है। उन्होंने कहा कि छह दिन पहले दोनों बच्चों को बुखार आया था। मेरी बेटी की तीसरे दिन मौत हो गई थी। अस्पताल में उपचार में काफी लापरवाही बरती गई थी। ऐसे में अब वह अपने बेटे को नहीं खोना चाहता।
वायरल बुखार से पीड़ित है अधिकतर बच्चे- डॉ गुप्ता
फिरोजाबाद मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर एलके गुप्ता ने कहा, "अधिकतर बच्चे वायरल बुखर से पीड़ित हैं। इनमें कुछ मामले डेंगू बुखार के भी निकल रहे हैं। बच्चों में उल्टी, दस्त, कई बार बुखार के साथ झटके आने की शिकायत हो रही है, लेकिन वह दिमागी बुखार नहीं है। उन्होंने कहा, "पांच साल तक के बच्चों का दिमाग बुखार के प्रति कमजोर होता है तो उनको झटके आ जाते हैं। वह चिंता की बात नहीं है।"
मुख्यमंत्री ने मौतों के कारणों की जांच के लिए गठित की टीम
इससे पहले सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फिरोजाबाद मेडिकल कॉलेज पहुंचकर भर्ती बच्चों का हाल-चाल जाना। उन्होंने 45 बच्चों की मौत पर कड़ा रुख अपनाते हुए मौत के वास्तविक कारणों की जांच के लिए टीमों का गठन किया। इसके अलावा चिकित्सा अधिकारियों को बच्चों के उपचार में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरतने के भी निर्देश दिए। इसके बाद मुख्यमंत्री ने कुछ मृतक बच्चों के घर जाकर भी परिजनों से मुलाकात की।
कक्षा आठ तक के स्कूलों को किया बंद
फिरोजाबाद में बच्चों में तेजी से बढ़ती बीमारी को देखते हुए जिला प्रशासन ने सख्त कदम उठाया है। वर्तमान में फिरोजाबाद मेडिकल कॉलेज में कुल 186 बच्चे भर्ती हैं। इसको देखते हुए जिला कलक्टर चंद्र विजय सिंह ने जिले में कक्षा एक से आठ तक के सभी सरकारी और निजी स्कूलों को 6 सितंबर तक के लिए बंद कर दिया है। इसके अलावा उन्होंने जिला चिकित्सा अधिकारियों को गांवों का दौरा कर बीमारी का पता लगाने के आदेश दिए हैं।