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ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करने में सहायक हैं ये योगासन, जानिए इनके अभ्यास का तरीका

ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करने में सहायक हैं ये योगासन, जानिए इनके अभ्यास का तरीका

लेखन अंजली
Apr 30, 2021
06:45 am

क्या है खबर?

शरीर में सही ब्लड सर्कुलेशन होना बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि इसकी मदद से ही शरीर के सभी अंगों तक ऑक्सीजन और पोषक तत्व पहुंचते हैं। ऐसे में अगर यह सही नहीं होगा तो इससे शरीर के अंगों की कार्यक्षमता प्रभावित होगी और शरीर कई तरह की बीमारियों की चपेट में आ जाएगा। कुछ योगासनों का रोजाना अभ्यास करके ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर रखा जा सकता है। आइए ऐसे ही कुछ योगासनों के अभ्यास का तरीका जानते हैं।

#1

ताड़ासन

सबसे पहले योगा मैट पर बिल्कुल सीधे खड़े हो जाएं। अब अपने दोनों हाथों को आसमान की ओर सीधा उठाकर अपनी उंगलियों को आपस में फंसा लें। फिर धीरे-धीरे सांस लेते हुए पंजों के बल खड़े हों और शरीर को ऊपर की ओर खीचने की कोशिश करें। जब शरीर पूरी तरह तन जाए तो कुछ देर तक इसी मुद्रा में बने रहें और सांस लेते रहें। अंत में सांस को धीरे-धीरे छोड़ते हुए प्रारंभिक अवस्था में आ जाएं।

#2

वृक्षासन

वृक्षासन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले योगा मैट पर सावधान मुद्रा में खड़े हो जाएं। फिर शरीर का संतुलन बनाते हुए हाथों की मदद से बाएं पैर का तलवा दाएं पैर की जांघ पर रखें। अब अपने दोनों हाथों को सिर के ऊपर ले जाते हुए नमस्कार की अवस्था में आ जाएं। थोड़ी देर इसी अवस्था में रहकर धीरे-धीरे प्रारंभिक अवस्था में आएं। शरीर को कुछ देर आराम देने के बाद दूसरे पैर से इस आसन को दोहराएं।

#3

विपरीतकरणी आसन

इसके लिए सबसे पहले योगा मैट पर सीधे पीठ के बल लेट जाएं। अब अपने पैरों को धीरे-धीरे ऊपर की तरफ उठा कर 90 डिग्री का कोण बना लें। ध्यान रखें कि आपके तलवे ऊपर की ओर ही होने चाहिए। इसके बाद अपने नितंबों को ऊपर उठाने की कोशिश करें। इस मुद्रा में कम से कम दो-तीन मिनट तक रहने के बाद धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं। इसके बाद दोबारा इस योगासन का अभ्यास करें।

#4

शीर्षासन

सबसे पहले योगा मैट पर वज्रासन की अवस्था में बैठ जाएं। फिर अपने दोनों हाथों की उंगलियों को इंटरलॉक करते हुए आगे की तरफ झुककर हाथों को जमीन पर रखें। अब अपने सिर को झुकाकर जमीन से सटाएं और अपने दोनों पैरों को धीरे-धीरे ऊपर उठाते हुए सीधा कर लें। कुछ सेकेंड इसी मुद्रा में बने रहें और सामान्य गति से सांस लेते रहें। अंत में धीरे-धीरे अपने पैरों को नीचे करें और सामान्य अवस्था में आ जाएं।