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क्रिसमस को लेकर दुनियार में प्रचलित हैं ये 5 अजीबोगरीब परंपराएं
दुनियाभर में क्रिसमस को लेकर प्रचलित हैं अजीबोगरीब परंपराएं

क्रिसमस को लेकर दुनियार में प्रचलित हैं ये 5 अजीबोगरीब परंपराएं

Dec 25, 2022
12:45 pm

क्या है खबर?

क्रिसमस को पूरी दुनिया में इसाइयों के प्रमुख त्योहार के रूप में देखा जाता है, लेकिन अलग-अलग देशों में इस त्योहार पर अपनी-अपनी परंपराएं जोड़कर इसे अलग-अलग रूप में मनाया जाता है। इसमें फिनलैंड का सौना सत्र से लेकर जापान में KFC में खाना साझा करने तक की कई क्रिसमस परंपराएं शामिल हैं। लोग इन परंपराओं के बारे में जानने के लिए बड़े जिज्ञासु होते हैं। आइए आज दुनियाभर में प्रचलित पांच अजीबोगरीब क्रिसमस परंपराओं के बारे में जानते हैं।

#1

जापान में क्रिसमस की 'केंटकी' परंपरा

अमेरिकी फास्ट-फूड रेस्तरां चेन केंटकी फ्राइड चिकन यानी KFC के 70 के दशक में जापान में क्रिसमस पर एक विशेष अभियान शुरू किया था। इसे उन्होंने 'कुरीसुमासु नी वा केंटक्की' यानी क्रिसमस के लिए केंटकी नाम दिया था। इस अभियान ने जापानियों के बीच विशेष क्रिसमस भोजन के लिए KFC आउटलेट पर जाकर आपस में साझा करने का चलन बना दिया। यह चलन धीरे-धीरे समय के साथ परंपरा में एक परंपरा में बदल गया।

#2

फिनलैंड की 'सौना सत्र' परंपरा

क्रिसमस पर 'सौना सत्र' फिनलैंड की सबसे पुरानी क्रिसमस परंपराओं में से एक है। इस परंपरा के तहत फिनलैंड में कई परिवार क्रिसमस के विशेष अवसर पर दोपहर में सौना में स्नान (स्टीम बाथ) करते हैं। सौना सत्र एक ऐसा क्षण है जब हर कोई शांति और सकून का आनंद ले सकता है और अपने शरीर और मन को शुद्ध कर सकता है। सौना सत्र के बाद फिनिश लोग शाम के जश्न के लिए घरों से बाहर निकल पड़ते हैं।

#3

इटली में 'ला बेफना' चुड़ैल का घरों में जाना

इटली में सांता क्लॉज की जगह बच्चों को उपहार देने के लिए 'ला बेफना' नाम की चुड़ैल के घरों में जाने की परंपरा है। यह चुड़ैल हर घर में जाती है और अच्चें बच्चों को कैंडी और चॉकलेट देती है, जबकि बुरे या शरारती बच्चों और लोगों के लिए सिर्फ कोयले का एक टुकड़ा छोड़ती है। यह चुडैल एपिफेनी की सुबह आती है और लोग पैनेटोन और पैंडोरो सहित अन्य पारंपरिक इतालवी केक के साथ उसका स्वागत करते हैं।

#4

ग्रीस में 'कालीकंजरोइ गोबलिन' से रक्षा की परंपरा

ग्रीस में क्रिसमस को लेकर अलग अलग कहानियां प्रचलित है। वहां के लोग मानते हैं कि कालीकंजरोइ नाम के दुष्ट गोबलिन जो कि हमेशा जमीन के अंदर रहते हैं वह अपनी जाति वालों के साथ क्रिसमस यानी 25 दिसंबर से 6 जनवरी तक 12 दिनों के लिए धरती पर आते हैं। इन दिनों लोग क्रॉस और होली बेसिल को पवित्र पानी से धोकर घर पर उसी पानी का छिड़काव करते हुए दुष्ट गोबलिन से रक्षा का उपाय अपनाते हैं।

#5

ऑस्ट्रिया में क्रमपुस नाम के डरावने सांता की परंपरा

ऑस्ट्रिया में इस दिन एक डरावने जंगली जानवर की पोशाक में एक इंसान शहर की गलियों में घूमता है। उसे क्रमपुस कहा जाता है। परंपरा है कि यह डरावना शैतान एपिफेनी की रात सेंट निकोलस या सांता क्लॉज के साथ जाकर दुर्व्यवहार वाले बच्चों को डराता है, जबकि अच्छे व्यवहार वाले बच्चों को सांता संतरे, सूखे मेवे और चॉकलेट जैसे उपहार देते हैं। सार्वजनिक स्थानों पर क्रमपुस शरारती बच्चों को पूरे सप्ताह डारते हैं।