
टोक्यो ओलंपिक: आयोजकों को लगा बड़ा झटका, 10,000 वालंटियर्स ने वापस लिया अपना नाम
क्या है खबर?
टोक्यो ओलंपिक की ओपनिंग सेरेमनी में केवल 50 दिनों का समय बचा है और इससे पहले ही आयोजकों को बड़ा झटका लगा है। 80,000 तय वालंटियर्स में से 10,000 वालंटियर्स ने खेलों से खुद को दूर कर लिया है।
ओलंपिक 2020 के चीफ सेइको हासिमोटो ने खेलों को फिर से स्थगित करने की संभावना से इंकार किया है। उन्होंने कहा है कि बहुत खराब स्थितियों में ही खेलों को रद्द किया जाएगा।
हटने का कारण
कई कारणों से हटे हैं वालंटियर्स
बीते बुधवार की रात टोक्यो 2020 CEO टोशिरो मूटो ने लोकल मीडिया को बताया कि लगभग 10,000 वालंटियर्स खेलों से हट गए हैं और इनमें से अधिकतर ने कोरोना से जुड़ी चिंता के कारण खुद को दूर किया है।
कुछ लोग इस कारण भी हटे क्योंकि खेलों को एक साल के लिए स्थगित किया गया था। कुछ लोग हसीमोटो के पूर्वज द्वारा किए गए सेक्सिस्ट टिप्पणी के कारण भी हटे हैं।
घरेलू फैंस
घरेलू फैंस को अनुमति पर जल्द आ सकता है निर्णय
विदेशी फैंस को टोक्यो ओलंपिक में शामिल होने से रोक दिया गया है और इस महीने के अंत में इस बात का निर्णय लिया जा सकता है कि क्या घरेलू फैंस को आने की इजाजत मिलेगी अथवा नहीं। 20 जून को टोक्यो में स्टेट ऑफ इमरजेंसी खत्म हो रही है।
विदेशी ऑफिशिल्स और प्रतिभागियों की संख्या घटाकर आधी कर दी गई है और अब यह 78,000 के करीब रह गई है।
बयान
बेहद कठिन परिस्थितियों में ही रद्द होगा खेलों का आयोजन- हासीमोटो
हासीमोटो ने कहा है कि खेलों का आयोजन होगा और इसे रद्द करना समझ से बाहर है।
उन्होंने Nikkan Sports daily से कहा, "यदि विश्व के तमाम देश गंभीर स्थिति का सामना करते हैं और कई देशों का दल आने में असमर्थ रहता है तो हम खेलों का आयोजन नहीं कर सकेंगे। हालांकि, जब तक ऐसी कोई स्थिति नहीं आ जाती है तब तक खेलों को रद्द नहीं किया जाएगा।"
हालात
गंभीर हैं जापान के हालात
कोरोना संक्रमण के मामलों में गिरावट आने के बावजूद जापान के हालात चिंताजनक बने हुए हैं। टोक्यो और अन्य कई राज्य स्टेट ऑफ इमरजेंसी में हैं और यह स्थिति 20 जून तक रहने वाली है।
हालिया दिनों में देश में कोरोना वैक्सीनेशन ने रफ्तार पकड़ी है, लेकिन अब भी जापान की लगभग 12.6 करोड़ जनसंख्या में से केवल 2.7 प्रतिशत जनसंख्या को ही कोरोना की वैक्सीन लग सकी है।