आंत के लिए फायदेमंद हैं इन 5 बीजों के तेल, डाइट में करें शामिल
क्या है खबर?
जब बात खान-पान की आती है तो लोग अकसर ऐसी चीजों का सेवन करना पसंद करते हैं, जो उन्हें स्वादिष्ट लगती है, फिर चाहें वह अस्वस्थ ही क्यों न हो।
ये लापरवाही हमारे स्वास्थ्य पर भारी पड़ती है और इसी कारण ज्यादातर लोग पाचन तंत्र की समस्याओं से जूझते हैं।
बचाव के लिए आपको अभी से ही पोषक तत्वों से भरपूर बीज के तेलों का इस्तेमाल करना चाहिए, जो आंत के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं।
#1
चिया बीज का तेल
चिया के बीज को अकसर फालूदा और अन्य चीजों में शामिल किये जाते हैं। इसका सेवन सेहत के लिए और खासतौर पर पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद होता है।
इसके बीज से निकले तेल में ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड होता है, जो एंटी-इंफ्लेमेटरी के रूप में काम करता है और पाचन तंत्र को दुरुस्त रखता है।
इसके अलावा इसमें फाइबर की मात्रा भी होती है, जो मल त्याग को आसान बनाती है।
#2
सूरजमुखी के बीज का तेल
सूरजमुखी के बीज का तेल स्वस्थ आंत में योगदान देता है।
इसमें विटामिन-E और ओमेगा-6 फैटी एसिड होता है, जो आंत को ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाता है और पाचन तंत्र में सूजन को कम करने में मदद करता है।
इसके अलावा इस तेल में फाइटोस्टेरॉल और लिनोलिक एसिड होता है, जो तनाव, चिंता और अवसाद जैसी समस्याओं को कम करने में मदद कर सकता है।
यहां जानिए सूरजमुखी के बीज के फायदे।
#3
अलसी का तेल
अलसी का तेल अल्फा-लिनोलेनिक एसिड का एक बेहतरीन स्रोत है, जो पेट के लिए अच्छा है।
इस तेल में ओमेगा-3 फैटी एसिड की मात्रा भरपूर है, जो पाचन स्वास्थ्य और नियमित मल त्याग को बढ़ावा देता है। इससे आपका पेट साफ रहता है और सूजन भी कम होती है।
इसके अलावा कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर के स्तर को कम करने के लिए भी अलसी के तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है।
#4
कद्दू के बीज का तेल
कद्दू के बीज का तेल एंटी-ऑक्सीडेंट, विटामिन-E और कैरोटीनॉयड से भरपूर होता है, जो पेट को ऑक्सीडेटिव क्षति से बचाए रखने में मददगार हैं।
इसके अलावा इसमें घुलनशील फाइबर और मैग्नीशियम की भी अच्छी मात्रा मौजूद होती है।
ये पोषक तत्व पाचन स्वास्थ्य को दुरुस्त रखने और समग्र स्वास्थ्य को बनाए रखने में मददगार हैं।
रोजाना 100 ग्राम कद्दू के बीज के सेवन से ये फायदे मिलते हैं।
#5
तिल के बीज का तेल
तिल के बीज का तेल भी पेट के स्वास्थ्य के लिए अच्छा है।
यह एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर होता है, जो पाचन तंत्र में सूजन को कम करने में मदद करते हैं।
इस बीज के तेल में लिगनेन और ओमेगा-3, ओमेगा-6 और ओमेगा-9 फैटी एसिड की मात्रा भी संतुलित होती है, जो आंत के अच्छे बैक्टीरिया के विकास को बढ़ाने में मदद करते हैं।
तिल के बीज से ये स्वादिष्ट बनाएं और इसे अपनी डाइट में शामिल करें।