पान का पत्ता स्वास्थ्य के लिए है बेहद फायदेमंद, इन 5 समस्याओं से दिलाता है राहत
क्या है खबर?
दिल के आकार के पान के पत्तों का हमारी भारतीय संस्कृति में बहुत महत्व है।
इनका उल्लेख विभिन्न धार्मिक और प्राचीन ग्रंथों में मिलता है। इस पत्ते का इतिहास 5,000 साल से भी ज्यादा पुराना है।
इसके अलावा इसमें कई औषधीय गुण होते हैं जो बीमारियों के इलाज में मदद करते हैं। यह स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है।
आइए आज पान के पत्ते के पांच फायदे जानते हैं।
#1
पाचन में करता है सुधार
आपने देखा होगा कि बहुत से लोग खाना खाने के बाद पान के पत्ते खाते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि यह कई ऐसे गुणों से भरपूर होता है जो पाचन तंत्र को मजबूत करते हैं और एक स्वस्थ आंत को बढ़ावा देते हैं।
इसके अलावा यह मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने और आंतों को सभी संभावित पोषक तत्वों, विटामिन और खनिजों को अवशोषित करने में अधिक सक्रिय बनाने में भी बहुत मददगार साबित होता है।
#2
मुंह को स्वस्थ बनाए रखने में है मददगार
पान का पत्ता एंटी-माइक्रोबियल यौगिकों से भरपूर होता है जो आपके मुंह के हानिकारक जीवाणुओं का मुकाबला करने में लाभदायक होते हैं।
इसके अलावा यह मुंह की बदबू, कैविटी, मसूड़ों की समस्या और दांतों की सड़न को प्रभावी ढंग से दूर कर सकता है।
पान का पत्ता मेटाबॉलिज्म में सुधार करने के साथ-साथ मुंह के कई संक्रमणों से छुटकारा दिलाने में भी मदद करता है। इस वजह से खाने के बाद एक छोटा सा पान जरूर खाएं।
#3
कैंसर से करता है बचाव
अगर आप पान का सेवन तंबाकू के साथ कर रहे हैं तो इससे गंभीर कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है, लेकिन अगर आप सिर्फ पान के पत्ते का सेवन करेंगे तो यह आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद साबित होगा।
इसमें आवश्यक कैंसर रोधी गुण और फेनोलिक यौगिक होते हैं जो एंटी-ऑक्सिडेंट, एंटी-म्यूटाजेनिक और एंटी-प्रोलिफेरेटिव गुणों से युक्त होते हैं।
यह सभी गुण कैंसर से लड़ने वाले पदार्थ बनाते हैं, इसलिए हमेशा बिना तंबाकू के पान का पत्ता खाएं।
#4
जोड़ों के दर्द से दिलाता है राहत
पान के पत्ते में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होने के साथ-साथ अन्य पोषक तत्व भी होते हैं, जो जोड़ों के दर्द, रुमेटीइड गठिया और ऑस्टियोपोरोसिस आदि में बहुत आराम देते हैं।
लाभ के लिए पान के पत्तों का एक गुच्छा गरम करके प्रभावित जगह पर बांध लें, इससे जोड़ों के दर्द से जल्दी राहत मिलेगी।
इसके अलावा यह प्रभावित स्थान में दर्द और सूजन को भी काफी कम कर देगा।
#5
मलेरिया से करता है बचाव
कई अध्ययनों से पता चला है कि प्राचीन काल में मलेशिया में मलेरिया से छुटकारा पाने के लिए पान के पत्ते का ज्यादा इस्तेमाल किया जाता था।
दरअसल, पान के पत्ते में मौजूद टेरपीन्स नामक यौगिक में मलेरिया-रोधी गुण होते हैं जो आपके अच्छे स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं।
इसके अलावा यह फ्लेवोनोइड्स से भी भरपूर होता है जिसमें एंटी-परजीवी यौगिक होते हैं जो मलेरिया के विभिन्न प्रकारों के खिलाफ प्रभावी ढंग से काम करते हैं।