फैटी लिवर के जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं ये 5 फल
फैटी लिवर एक बीमारी है, जो लिवर की कोशिकाओं में ज्यादा फैट जमा होने की वजह से होती है। यदि समय रहते इस बीमारी का उपचार ना किया जाए तो यह लिवर के खराब होने या लिवर कैंसर का कारण बन सकती है। आइए आज हम आपको पांच ऐसे फलों के बारे में बताते हैं जिनका सेवन फैटी लिवर की बीमारी को बढ़ने से रोकने समेत इसका प्राकृतिक रूप से उपचार करने में मदद कर सकता है।
चकोतरा
चकोतरा, संतरे की तरह दिखने वाला एक रसीला फल है जिसका सेवन करने से आपको फैटी लिवर के बाद होने वाले नुकसान को ठीक करने में मदद मिल सकती है। इस फल में मौजूद विटामिन-C और एंटी-ऑक्सिडेंट आपके लिवर के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए शरीर से विषाक्त पदार्थों को भी दूर कर सकते हैं। यही नहीं, स्वाद में खट्टा-मीठा यह फल कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है, जो स्वास्थ्य को विभिन्न रूप से फायदा पहुंचा सकते हैं।
एवोकाडो
कई चिकित्सक फैटी लिवर के रोगियों को अपनी डाइट में एवोकाडो शामिल करने की सलाह देते हैं। इसका मुख्य कारण है कि एवोकाडो शरीर से वसा और रक्त लिपिड को कम करके फैटी लिवर के जोखिम कम करने में मदद कर सकता है। एवोकाडो में मोनोसैचुरेटेड फैटी एसिड, फाइबर, पोटेशियम, मैग्नीशियम और विटामिन-E जैसे कई पोषक तत्व भी मौजूद होते हैं, जो लिवर को कई रोगों से सुरक्षित रखने में कारगर हो सकते हैं।
ब्लूबेरी
अगर आपको फैटी लिवर की बीमारी है तो ब्लूबेरी को अपनी डाइट में जरूर शामिल करें। ब्लूबेरी एंटी-ऑक्सिडेंट से भरपूर होते हैं जो लिवर की बीमारियों, विशेष रूप से फैटी लिवर के जोखिम कम करने में मदद कर सकते हैं। ब्लूबेरी में विटामिन-C और अन्य जरूरी पोषक तत्व भी पाए जाते हैं। ये सभी पोषक तत्व हृदय को स्वस्थ रखने, हड्डियों को मजबूत करने और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मददगार हो सकते हैं।
अंगूर
अंगूर में रेस्वेराट्रॉल नामक खास तत्व मौजूद होता है, जो फैटी लिवर का खतरा कम करने में सहयोग प्रदान कर सकता है। अंगूर में बायोएक्टिव यौगिक होते हैं, जो एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-बैक्टीरियल गुण की तरह काम करके लिवर को स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं। हालांकि, फैटी लिवर वाले लोग डाइट में अंगूर को शामिल करने से पहले डॉक्टरी सलाह जरूर लें।
सेब
यह फल भी लिवर के स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद कर सकता है, क्योंकि इसमें फाइबर होता है और यह लिवर को डिटॉक्सीफाई करने में मदद कर सकता है। फैटी लिवर के जोखिम कम करने में भी इस फल का सेवन काफी मदद कर सकता है। वहीं, सेब में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट गुण फ्री रेडिकल्स को कम करके फैटी लिवर कोशिकाओं को ठीक करने में सहायता प्रदान कर सकते हैं।