हीट स्ट्रोक से सुरक्षित रखने में मददगार हैं ये योगासन और प्राणायाम, ऐसे करें अभ्यास
क्या है खबर?
हीट स्ट्रोक गर्मी के कारण होने वाली एक स्वास्थ्य स्थिति है,जिसमें शरीर का तापमान तेजी से बढ़ जाता है।
शरीर का बढ़ता तापमान दिमाग, हृदय, किडनी और अन्य अंगों को नुकसान पहुंचा सकती है। अगर इलाज न किया जाए तो संभावित रूप से अंग विफलता हो सकती है।
आइए आज हम आपको 5 ऐसे योगासनों और प्राणायाम के बारे में बताते हैं, जिनका अभ्यास शरीर के तापमान को संतुलित करके हीट स्ट्रोक से सुरक्षित रखने में मदद कर सकते हैं।
#1
अर्ध चंद्रासन
इसके लिए पहले योग मैट पर दोनों पैरों को सामान दूरी पर फैलाकर खड़े हो जाएं।
अब दाईं ओर झुकते हुए दाएं हाथ को दाएं पैर के पास रखें और बाएं पैर को ऊपर उठाएं, वहीं बाएं हाथ को सीधे आसमान की ओर उठाएं और इस मुद्रा में अपना ध्यान बाएं हाथ पर केंद्रित करें।
इस दौरान शरीर का भार दाएं पैर और हाथों की उंगलियों पर रखें।
कुछ देर इसी मुद्रा में रहें और फिर धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं।
#2
सेतुबंधासन
सबसे पहले योगा मैट पर पीठ के बल सीधे लेट जाएं।
अब दोनों पैरों को घुटनों से मोड़ें और दोनों हाथों को एड़ियों के करीब लाने की कोशिश करें।
इसके बाद कूल्हे और पैरों को धीरे-धीरे ऊपर की ओर उठाएं।
अब कुछ सेकंड इसी मुद्रा में रहें, फिर धीरे-धीरे सामान्य अवस्था में आ जाएं। कुछ देर विश्राम के बाद इस योगासन का दोबारा अभ्यास करें।
यहां जानिए सेतुबंधासन से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण बातें।
#3
शवासन
इसके लिए योगा मैट पर आराम मुद्रा में लेटकर आंखें बंद करें।
अब दोनों हथेलियों को शरीर से लगभग एक फीट की दूरी पर रखें। इसके अलावा पैरों को भी एक-दूसरे से लगभग 2 फीट की दूरी पर रखें।
इसके बाद धीरे-धीरे सांसें लें और पूरा ध्यान सांस पर लगाने की कोशिश करें। कुछ देर इसी मुद्रा में बने रहने के बाद आंखों को धीरे-धीरे खोलें।
अंत में दाईं ओर करवट लेकर उठें और आसन को छोड़ दें।
#4
शीतली प्राणायाम
इस प्राणायाम के लिए योगा मैट पर किसी भी आरामदायक स्थिति में बैठकर आंखें बंद करें।
अब हाथों को ज्ञानमुद्रा में घुटनों पर रखकर अपनी जीभ से नली का आकार बना लें।
इसके बाद दोनों किनारों से जिह्वा को मोड़कर पाइप का आकार बना लें, फिर इसी स्थिति में लंबी और गहरी सांस लेकर जीभ को अन्दर करके मुहं को बंद कर लें।
आखिर में नाक के जरिए धीरे-धीरे सांस निकालें। इस प्रक्रिया को कम से कम 20-25 बार दोहराएं।
#5
शीतकारी प्राणायाम
सबसे पहले योगा मैट पर किसी आरामदायक मुद्रा में बैठें, फिर जीभ को ऊपर की ओर रोल करें और इससे ऊपरी तालु को छुएं।
इसके बाद दांतों को एक साथ मिलाएं और होठों को अलग रखें ताकि दांत दिखें।
अब धीरे से लंबी सांस लें। इस दौरान मुंह से 'हिस' की आवाज उत्पन्न होगी।
आखिर में होंठों को आपस में मिलाकर नाक से सांस को धीरे से छोड़े। इस प्रक्रिया को लगभग 20-25 बार दोहराएं।