अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2023: जानिए इसका इतिहास, महत्व और इस बार की थीम
योग ने दुनियाभर में बड़े पैमाने पर लोकप्रियता हासिल की है क्योंकि इससे कई तरह के शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक लाभ मिलते हैं। योग के महत्व के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को मनाने की शुरुआत हुई। हर साल 21 जून को यह दिवस दुनियाभर में मनाया जाता है। आइए आज इस दिवस का इतिहास, इसका महत्व और इस साल की थीम के बारे में जानते हैं।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत कैसे हुई?
प्रधानमंत्री मोदी ने पहली बार 27 सितंबर, 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा था। भारत के इस प्रस्ताव को 177 देशों ने समर्थन दिया और महज 3 महीने के अंदर यानी 11 दिसंबर, 2014 को संयुक्त राष्ट्र ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की। इसके बाद पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून, 2015 को मनाया गया था।
पहले ही दिन अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर भारत ने बनाए 2 रिकॉर्ड
जब दुनियाभर में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर योग दिवस मनाने का पहला दिन था तो उस दौरान 2 गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बने थे। इसमें से पहला रिकॉर्ड यह था कि भारत में 35,000 से ज्यादा लोगों ने एक साथ राजपथ पर योगासनों का अभ्यास किया। दूसरा रिकॉर्ड था कि इस योग दिवस के आयोजन में 84 देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
इस दिवस को मनाने का महत्व
योग के अंतरराष्ट्रीय दिवस के तौर पर मनाने का उद्देश्य योग के लाभों के बारे में जागरूकता बढ़ाना और दुनियाभर के लोगों को एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना है। यह विविध संस्कृतियों और पृष्ठभूमि के लोगों के लिए एक साथ आने और एक एकीकृत शक्ति के रूप में योग के अभ्यास को अपनाने का अवसर बन गया है। कहने को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को मनाया जाता है, लेकिन पूरे साल इसकी छवि बरकरार रहती है।
क्या है इस बार की थीम?
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2023 की थीम संयुक्त राष्ट्र (UN) द्वारा निर्धारित की गई है। प्रत्येक साल की थीम योग के एक विशिष्ट पहलू पर केंद्रित होती है, जो समाज पर इसकी प्रासंगिकता और प्रभाव को उजागर करता है। इस साल की थीम "वसुधैव कुटुम्बकम के लिए योग" है। बता दें कि साल 2022 में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम 'मानवता के लिए योग' थी, जबकि इस दिवस की थीम साल 2021 में 'स्वास्थ्य के लिए योग' थी।
इस दिवस को मनाने के तरीके
इस दिन दुनियाभर में विभिन्न कार्यक्रमों, कार्यशालाओं और योग सत्रों का आयोजन किया जाता है। इन आयोजनों का उद्देश्य शारीरिक फिटनेस बढ़ाने, तनाव दूर करने, मानसिक स्वास्थ्य में सुधार लाने और व्यक्तियों के बीच शांति और एकता की भावना को बढ़ावा देने के साधन के रूप में योग को बढ़ावा देना है। सभी उम्र और फिटनेस स्तर के लोग इन गतिविधियों में भाग लेते हैं, जिससे यह योग के सकारात्मक प्रभाव का वैश्विक उत्सव बन जाता है।