दिन में कई बार पी जाते हैं दूध वाली चाय? जानिए इसके स्वास्थ्यवर्धक विकल्प
दूध वाली चाय का सेवन कई लोगों के लिए सामान्य होगा, लेकिन पूरे दिन में 1 से ज्यादा कप इस चाय का सेवन स्वास्थ्य के लिए मुसीबत बन सकता है। इससे सीने में जलन, पाचन से जुड़ी समस्याएं, मसूड़ों में सूजन, कमजोर हड्डियां, तनाव वाले हार्मोंन्स के स्तर में बढ़ोतरी और अनिद्रा जैसी समस्याएं हो सकती हैं। आइए आज हम आपको दूध वाली चाय के स्वास्थ्यवर्धक विकल्प बताते हैं, जिनका दिन में 2-3 बार सेवन करना सुरक्षित माना जाता है।
कैमोमाइल चाय
कैमोमाइल के फूलों से बनाई जाने वाली चाय कई औषधीय गुणों से भरपूर होती है। इस हर्बल चाय का सेवन पाचन की समस्याओं को दूर करने के साथ-साथ शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद कर सकता है। इसके अतिरिक्त यह पाचक रसों के स्राव को बढ़ावा दे सकती है, जिससे आवश्यक पोषक तत्वों का अवशोषण बढ़ता है। यह चाय वजन नियंत्रित करने, महावरी के दौरान होने वाली ऐंठन को दूर करने जैसे लाभ भी दे सकती है।
हल्दी वाला दूध
अगर आप दूध वाली चाय की जगह हल्दी वाला दूध पीना शुरू कर देते हैं तो यह पेय इम्यूनिटी को बढ़ावा देने से लेकर हड्डियों को मजबूती प्रदान करने जैसे कई लाभ प्रदान कर सकता है। इसका कारण है कि हल्दी में करक्यूमिन नामक खास तत्व के साथ-साथ एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जबकि दूध में कैल्शियम, पोटेशियम और प्रोटीन जैसे खनिज होते हैं। यहां जानिए हल्दी वाले दूध के अन्य फायदे।
पुदीने की चाय
पुदीने की चाय का सेवन पाचन को सक्रिय रखने और भरपूर ऊर्जा देने में सहायता कर सकता है। इस चाय में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो मुंह के कीटाणुओं को दूर कर मुंह की बदबू से राहत दिलाने में सहायक होते हैं। इसके अलावा इस चाय में रोजमेरिनिक एसिड होता है, जो एंटी-एलर्जेनिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रभाव से युक्त होता है। ये दोनों प्रभाव मिलकर मौसमी एलर्जी से बचाव करने में सहायक हो सकते हैं।
अदरक वाली चाय
अदरक की चाय में मौजूद एंटी-बायोटिक यौगिक खांसी, सर्दी-जुकाम जैसी समस्याओं का प्राकृतिक रूप से इलाज कर सकता है। प्रतिदिन एक कप अदरक की चाय पीने से शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ावा मिलता है। अदरक वाली चाय मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देने और कैलोरी जलाने में भी मदद कर सकती है। इसके अतिरिक्त अदरक की चाय में अमीनो एसिड होता है, जो शरीर में रक्त के प्रवाह को ठीक रखता है
ग्रीन टी
ग्रीन टी में EGCG नामक एक खास एंटी-ऑक्सिडेंट होता है, जो हृदय रोगों से लड़ता है। यह गुण शरीर को डिटॉक्स करने में भी मदद करता है और त्वचा को चमकदार बनाकर त्वचा संबंधी विकारों को दूर कर सकता है। ग्रीन टी दूध वाली चाय की तुलना में मेटाबॉलिज्म को तेजी बढ़ाती है और इससे इम्यूनिटी को भी मजबूती मिल सकती है। इसके अलावा ग्रीन टी दूध वाली चाय की तुलना में कम एसिडिक भी होती है।