कहीं चूहों की भरमार तो कहीं पर हवाई जहाज का संग्रह: भारत के 5 अनोखे मंदिर
आमतौर पर मंदिरों में देवी-देवताओं की प्रतिमाओं को पूजा जाता है, लेकिन भारत के कुछ मंदिर अपने अनोखेपन के कारण दुनियाभर में मशहूर हैं। दरअसल, उन मंदिरों में असाधारण मान्यताओं का पालन किया जाता है। ऐसे में कहीं पर बुलेट को पूजा जाता है तो किसी मंदिर में चूहों का तांता लगा हुआ है। आइए आज हम आपको देश के 5 सबसे अनोखे मंदिरों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
भारत माता मंदिर
उत्तर प्रदेश में स्थित भारत माता मंदिर महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ परिसर में स्थित आजादी से भी पहले का बना हुआ है। इसका निर्माण साल 1936 में स्वतंत्रता सेनानी बाबू शिव प्रसाद गुप्ता ने किया था और इसका उद्धाटन महात्मा गांधी ने किया था। यह मंदिर देश के उन स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देने के लिए है, जिन्होंने ब्रिटिश शासन से मुक्त कराने के लिए संघर्ष किया और अपने जीवन का बलिदान दिया।
करणी माता मंदिर
राजस्थान के बीकानेर में स्थित करणी माता मंदिर देवी दुर्गा के अवतारों में से एक करणी माता को समर्पित है, लेकिन इसे चूहों का मंदिर भी कहा जाता है। इसका मुख्य कारण है कि इस मंदिर में 25,000 से भी ज्यादा चूहे हैं, जो पर्यटकों के ध्यान को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। मंदिर लगभग 600 साल पुराना है, जिसे पत्थरों और संगमरमर से तराशा गया है। बता दें कि महाराजा गंगा सिंह ने यह मंदिर बनवाया था।
कुत्तों का मंदिर
चूहों के अलावा देश में एक ऐसा मंदिर भी है, जहां कुत्तों को पूजा जाता है। यह मंदिर कर्नाटक की चन्नापटना नामक जगह पर है। यहां के स्थानीय लोगों का मानना है कि कुत्ते देवताओं के करीब होते हैं और उन्हें पूजने के बाद ईश्वर से सीधा आशीर्वाद मिलता है। इस मंदिर में आपको कई मुद्राओं में कुत्तों की प्रतिमाएं और चित्रण देखने को मिल जाएंगे, जो पशु प्रेमियों और आध्यात्मिक साधकों का ध्यान आकर्षित करते हैं।
बुलेट बाबा मंदिर
राजस्थान के एक गांव में एक ऐसा मंदिर है, जहां किसी देवी-देवता को नहीं, बल्कि रॉयल एनफील्ड की 350cc की एक बुलेट बाइक को पूजा जाता है। यह बुलेट ओम सिंह राठौड़ की थी, जिनकी साल 1988 में सड़क हादसे में मृत्यु हो गई थी, जिसके बाद उनकी बाइक को थाने ले जाया गया था। हालांकि, वो बुलेट हर अगले दिन हादसे वाली जगह पर ही मिलती थी, जिसके बाद से स्थानीय लोगों ने यहां उसका मंदिर बना दिया।
शहीद बाबा निहाल सिंह जी गुरुद्वारा
शहीद बाबा निहाल सिंह जी गुरुद्वारा को हवाई जहाज गुरुद्वारा भी कहा जाता है क्योंकि यहां आपको हवाई जहाज के खिलौनों का संग्रह देखने को मिल सकता है। ऐसा माना जाता है कि अगर आप इस मंदिर में प्रार्थना करते हैं और एक खिलौने वाला हवाई जहाज लाते हैं तो आपको जल्द ही अपना वीजा मिल सकता है। कोई नहीं जानता कि मंदिर में हवाई जहाज चढ़ाने का यह अनोखा विचार किसके मन में आया, लेकिन इसका मान्यता बहुत है।