हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं ये 5 योगासन
क्या है खबर?
हाई ब्लड प्रेशर में ब्लड प्रेशर की रीडिंग 140/90 या इससे ऊपर पहुंच जाती है। यह स्थिति शरीर की धमनियों में खून का प्रवाह बहुत अधिक बढ़ जाने के कारण होती है।
यह एक गंभीर समस्या है क्योंकि इससे मधुमेह, स्ट्रोक, किडनी फेल, हृदय रोग या मौत भी हो सकती है, इसलिए इसे नियंत्रित करना जरूरी है।
आइए आज हम आपको 5 ऐसे योगासनों के बारे में बताते हैं, जिनका अभ्यास हाई ब्लड प्रेशर का प्राकृतिक उपचार कर सकता है।
#1
सुप्त पदांगुष्ठासन
इसके लिए योगा मैट पर पीठ के बल सावधान मुद्रा में लेट जाएं, फिर सांस भरते हुए दाएं पैर को ऊपर उठाएं। ध्यान रखें कि इस दौरान दोनों पैर घुटने से न मुड़ें।
इसके बाद सांस छोड़ते हुए दाएं हाथ से दाएं पैर के अंगूठे को पकड़ने की कोशिश करें। इस मुद्रा में कुछ सेकेंड रहने के बाद इसी प्रक्रिया को बाएं पैर से दोहराएं।
कुछ मिनट बाद यह आसन छोड़कर थोड़ा आराम करें।
#2
अधोमुख श्वानासन
अधोमुख श्वानासन के लिए योगा मैट पर वज्रासन की मुद्रा में बैठ जाएं।
अब सामने की तरफ झुकते हुए हाथों को जमीन पर रखें और गहरी सांस लेते हुए कमर को ऊपर उठाएं। इस दौरान घुटनों को सीधा करके सामान्य रूप से सांस लेते रहें।
इस योगासन में शरीर का पूरा भार हाथों और पैरों पर होना चाहिए और शरीर का आकार 'V' जैसा नजर आना चाहिए।
कुछ मिनट इसी अवस्था में रहने के बाद धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं।
#3
बद्धकोणासन
सबसे पहले योगा मैट पर दोनों पैरों को आगे की ओर फैलाकर बैठ जाएं। अब पैरों को मोड़कर दोनों तलवों को आपस में मिला लें।
इसके बाद दोनों हाथों से तलवों को पकड़ लें और दोनों घुटनों को आराम-आराम से तितली के पंखों की तरह ऊपर-नीचे करें। इस दौरान सामान्य गति से सांस लेते रहें। कुछ सेकंड के बाद आसन को धीरे-धीरे छोड़ दें।
यहां जानिए बद्धकोणासन से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें।
#4
वृक्षासन
सबसे पहले योगा मैट बिछाकर दोनों पैरों को आपस में जोड़े और सावधान मुद्रा में खड़े हो जाएं।
अब शरीर का संतुलन बनाते हुए हाथों की मदद से बायां तलवा दायीं जांघ पर रख लें, फिर हाथों को सिर के ऊपर ले जाते हुए नमस्कार की अवस्था में आ जाएं।
थोड़ी देर इसी अवस्था में रहकर धीरे-धीरे प्रारंभिक अवस्था में आएं और थोड़ी देर शरीर को आराम देकर आसन को दोहराएं।
#5
सुखासन
अगर आप ऊपर बताए गए योगासनों का अभ्यास किसी कारणवश नहीं कर सकते हैं तो सुखासन को अपने व्यायाम दिनचर्या में शामिल करें।
इसके लिए सबसे पहले योगा मैट पर पीठ को सीधा करके बैठें। अब बाएं पैर को घुटने से मोड़ें और दाएं पैर की जांघ के नीचे रखें।
इसके बाद दाएं पैर को मोड़कर बाएं पैर की जांघ के नीचे रखें, फिर दोनों हाथों को ध्यान मुद्रा में घुटनों पर रखें और दोनों आंखों को बंद करें।