जाकिर नाइक को फुटबॉल विश्व कप के उद्घाटन में नहीं किया गया था आमंत्रित- कतर
विवादित इस्लामिक प्रचारक जाकिर नाइक के फुटबॉल विश्व कप के दौरान कतर पहुंचने को लेकर छिड़े विवाद के बीच बुधवार को कतर सरकार ने स्पष्टीकरण जारी किया है। कतर के राजनयिक की ओर से भारत सरकार को भेजे गए पत्र में स्पष्ट किया है कि उन्होंने 20 नवंबर को दोहा में आयोजित फुटबॉल विश्व कप के उद्घाटन समारोह में हिस्सा लेने के लिए भारतीय भगोड़े जाकिर नाइक को कोई भी आधिकारिक निमंत्रण नहीं भेजा था।
फुटबॉल विश्व कप में जाकिर नाइक को लेकर क्या है विवाद?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मेजबान कतर ने मनी लॉन्ड्रिंग और भड़काऊ भाषण देने के लिए भारत में प्रतिबंधित नाइक को विश्व कप के दौरान धार्मिक उपदेश देने के लिए आमंत्रित किया था। इसको लेकर भारत में विवाद छिड़ गया था। इस बीच भाजपा प्रवक्ता सावियो रोड्रिग्स ने सरकार, भारतीय फुटबॉल संघ और मेजबान देश की यात्रा करने वाले भारतीयों से इस खेल के आयोजन का पूरी तरह से बहिष्कार करने की अपील की है।
कतर ने विरोध के बीच क्या दी है सफाई?
कतर के राजनयिक की ओर से सरकार को भेजे गए पत्र में स्पष्ट तौर पर कहा गया है कि भारतीय भगोड़े और इस्लामवादी जाकिर नाइक को 20 नवंबर, 2022 को दोहा में आयोजित फुटबॉल विश्व कप के उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए किसी तरह का आधिकारिक निमंत्रण नहीं दिया गया था। उन्होंने दावा किया कि दूसरे देश भारत और कतर के द्विपक्षीय संबंधों में कड़वाहट लाने के लिए ही इस तरह की खबरों को फैला रहे हैं।
भारत सरकार ने भी दी थी चेतावनी
इस मामले में केंद्र सरकार ने भी विश्वकप के उद्घाटन समारोह से पहले कतर को स्पष्ट कर दिया था कि यदि वह जाकिर नाइक को फुटबॉल विश्व कप के उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए आधिकारित तौर पर निमंत्रण देता है तो उसे उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की कतर यात्रा को रद्द करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। हालांकि, 20 नवंबर को धनकड़ ने उद्घाटना समारोह में शिरकत की थी और अगले दिन वापस भारत लौट आए थे।
आखिर कौन है जाकिर नाइक?
मुंबई में जन्मा डॉक्टर और इस्लामिक प्रचारक जाकिर नाइक इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (IRF) नामक गैर-सरकारी संगठन (NGO) और पीस टीवी नेटवर्क का संस्थापक है। 57 वर्षीय नाइक के टीवी नेटवर्क को कथित भड़काऊ भाषणों के चलते भारत, यूनाइटेड किंगडम, बांग्लादेश और कनाडा में प्रतिबंधित किया गया है। इन प्रतिबंधों के बावजूद पीस टीवी के वैश्विक स्तर पर दर्शकों की संख्या 20 करोड़ से अधिक है।
जाकिर नाइक पर भारत में क्यों लगा है प्रतिबंध?
बांग्लादेश की राजधानी ढाका में जुलाई, 2016 में एक आतंकवादी हमले में 29 लोग लोगों की मौत हो गई थी। मामले में गिरफ्तार एक आरोपी ने जाकिर नाइक के भाषणों से प्रभावित होने की बात कबूली थी। इसके बाद हुई जांच में नाइक के कई भड़काऊ भाषण मिले और मुंबई पुलिस की जांच के बाद IRF पर गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (UAPA) के तहत बैन लगा दिया गया। इसके बाद नाइक भारत छोड़कर मलेशिया भाग गया था।
नाइक के खिलाफ क्या-क्या जांच चल रही हैं?
भड़काऊ बयानबाजी के अलावा नाइक और IRF के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग की धाराओं के तहत भी केस चल रहा है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने भी भड़काऊ बयानबाजी और भारत विरोध गतिविधियों के लिए उसके खिलाफ चार्टशीट दाखिल कर रखी है। नवंबर, 2016 से नाइक मलेशिया में स्थाई तौर पर रहा था। केंद्र सरकार ने मई, 2020 में मलेशिया से उसके भारत प्रत्यर्पण की अपील की थी, जिसे उसने ठुकरा दिया था।