मलेशियाई प्रधानमंत्री का बयान, प्रधानमंत्री मोदी ने नहीं की जाकिर नाइक के भारत प्रत्यर्पण की मांग
क्या है खबर?
मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद ने कहा है कि महीने की शुरूआत में हुई मुलाकात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे विवादित मुस्लिम धर्मगुरु जाकिर नाइक के भारत प्रत्यर्पण की मांग नहीं की थी।
सितंबर की शुरूआत में रूस में हुई ईस्टर्न इकॉनोमिक फोरम की बैठक के इतर प्रधानमंत्री मोदी और महातिर मोहम्मद की मुलाकात हुई थी, जिसके बाद खबरें आईं थीं कि प्रधानमंत्री मोदी ने मलेशियाई प्रधानमंत्री से नाइक के भारत प्रत्यर्पण की मांग की है।
इंटरव्यू
महातिर मोहम्मद बोले, कोई जाकिर नाइक को लेने को तैयार नहीं
मंगलवार को एक रेडियो स्टेशन को दिए इंटरव्यू में महातिर मोहम्मद ने इन रिपोर्ट्स को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, "ऐसे बहुत देश नहीं हैं जो उसकी मांग करते हैं। मैं मोदी से मिला था। उन्होंने मुझसे इस व्यक्ति के प्रत्यर्पण की मांग नहीं की। वो भारत के लिए भी मुसीबत बन सकता है।"
उन्होंने कहा कि उनका देश ऐसी जगह खोज रहा है जहां नाइक को भेजा जा सके, लेकिन कोई भी उसे स्वीकार करने को तैयार नहीं है।
प्रतिबंध
नाइक के भाषण देने पर प्रतिबंध रहेगा जारी
इस बीच महातिर मोहम्मद ने साफ किया कि जाकिर नाइक के मलेशिया में भाषण देने या किसी सभा को संबोधित करने पर लगा हुआ प्रतिबंध जारी रहेगा।
उन्होंने कहा, "वह इस देश का नागरिक नहीं है। पिछली सरकार ने उसे स्थायी निवास दिया था। एक स्थायी निवासी देश की व्यवस्था और राजनीति को लेकर कोई टिप्पणी नहीं कर सकता। उसने इसका उल्लंघन किया और अब उसे बोलने की इजाजत नहीं है।"
प्रतिबंध का कारण
इसलिए लगाया गया है नाइक के बोलने पर प्रतिबंध
दरअसल जाकिर नाइक ने 8 अगस्त को एक कार्यक्रम में कहा था कि मलेशिया के हिंदू भारतीय प्रधानमंत्री के प्रति ज्यादा वफादार हैं।
मामले में मलेशियाई पुलिस ने उनसे 10 घंटे पूछताछ की थी।
इसके बाद नाइक के किसी भी आयोजन में बोलने या भाषण देने पर पाबंदी लगा दी गई थी।
हालांकि, बाद में नाइक ने मामले में माफी मांगते हुए कहा था कि उनके बयान को गलत तरीके से लिया गया।
पृष्ठभूमि
ढाका में हमला करने वाले आतंकियों ने जाकिर नाइक को बताया था प्रेरणा
जाकिर नाइक पर भारत में आतंक को उकसाने और मनी लॉन्ड्रिंग के कई मामले चल रहे हैं।
नाइक की असली मुसीबतें तब शुरू हुईं, जब 2016 में बांग्लादेश की राजधानी ढाका में आतंकी हमले में शामिल रहे आतंकवादियों ने उसे अपनी प्रेरणा बताया।
इस बीच नाइक मलेशिया भाग गया और तभी से वहां स्थायी निवासी के तौर पर रह रहा है।
भारत सरकार ने आंतकरोधी कानून के तहत उसकी NGO इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन पर प्रतिबंध लगाया हुआ है।
जानकारी
जाकिर नाइक के भारत प्रत्यर्पण से इनकार कर चुके हैं महातिर मोहम्मद
बता दें कि इससे पहले अगस्त में महातिर मोहम्मद ने जाकिर नाइक को भारत प्रत्यर्पित करने से इनकार किया था। उन्होंने कहा था कि नाइक को सुरक्षा के डर से भारत वापस नहीं भेजा जा सकता।