बेंगलुरू: केंद्र में उच्च पद दिलाने के नाम पर महिला से 8.3 करोड़ रुपये की ठगी
बेंगलुरू पुलिस की केंद्रीय अपराध शाखा (CCB) द्वारा गत दिसंबर में नौकरी दिलाने के नाम पर एक करोड़ रुपये की ठगी के मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपी के खिलाफ नए-नए मामले सामने आ रहे हैं। हाल में ही एक महिला ने आरोपी के खिलाफ अपने मजबूत राजनीतिक रसूखों के दम पर केंद्र में उच्च पद दिलाने के नाम पर 8.3 करोड़ रुपये की ठगी का मामला दर्ज कराया है। इसके बाद CCB जांच में जुट गई है।
CCB ने 17 दिसंबर को किया था आरोपी को गिरफ्तार
बता दें गत 15 दिसंबर को उत्तर कर्नाटक के एक शिक्षाविद आरोपी युवराज उर्फ सेवालाल स्वामी (55) के खिलाफ बेटे को नौकरी दिलाने के नाम पर एक करोड़ रुपये की ठगी का मामला दर्ज कराया था। मामले की जांच करते हुए CCB ने 17 दिसंबर को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था। जांच में आरोपी के कई राजनेताओं से मजबूत संबंध भी पाए गए थे। वर्तमान में आरोपी जेल में बंद हैं और उसके खिलाफ मामलों की जांच जारी है।
आरोपी ने उच्च पद दिलाने के नाम पर ठगे 8.3 करोड़ रुपये
TOI के अनुसार गत दिनों एक 65 वर्षीय महिला ने आरोपी युवराज के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई कि उसने उन्हें केंद्र में उच्च पद दिलाने के नाम पर 8.3 करोड़ रुपये ठग लिए। आरोपी द्वारा किया गया वादा पूरा नहीं होने पर उन्होंने जब पैसे वापस करने की मांग की तो आरोपी ने उनका फोन उठाना बंद कर दिया और घर से भी गायब हो गए। पिछले महीने उसकी गिरफ्तारी होने के बाद उसने आरोपी के खिलाफ शिकायत दी है।
सेवानिवृत्त पुलिस अधीक्षक के जरिए 2018 में हुई थी आरोपी से मुलाकात
CCB ने बताया कि आरोपी से महिला की मुलाकात साल 2018 में उसे दोस्त और सेवानिवृत्त पुलिस अधीक्षक के जरिए हुई थी। उस दौरान आरोपी ने कहा कि वह एक ज्योतिष को जानता है और उसने उनकी कुंडली का अध्ययन किया है। इसमें उनके के केंद्र सरकार में पहुंचने का संयोग है। आरोपी ने महिला को खुद की कई दिग्गज नेताओं के साथ फोटो दिखाकर भी प्रभावित कर दिया। इससे वह उसके जाल में फंस गई।
आरोपी ने पार्टी फंड के लिए मांगा चंदा
CCB ने बताया कि महिला डॉक्टर ने शिकायत में बताया कि आरोपी ने उनसे पार्टी फंड के नाम पर कुछ चंदा देने को कहा था। इस पर उन्होंने अपनी जमीन बेचकर और फ्लैट पर ऋण लेकर 3.8 करोड़ रुपये आरोपी के बैंक खाते में जमा करा दिए। उसके बाद आरोपी उन्हें दिल्ली ले गया और कई मंत्रियों और नेताओं से मिलाया, लेकिन कुछ नहीं हुआ। उसके बाद आरोपी और सेवानिवृत्त पुलिस अधीक्षक ने उन्हें पैसे देने के लिए मजबूर किया।
"आरोपियों ने दोस्तों और रिश्तेदारों के पास जाकर उठाए 4.5 करोड़ रुपये"
महिला डॉक्टर ने बताया, "मैने पैसों के लिए अपने रिश्तेदार और दोस्तों से मदद मांगी थी। उसके बाद आरोपी और सेवानिवृत्त पुलिस अधीक्षक ने उनके पास जाकर 4.5 करोड़ रुपये और ले लिए। इसके बाद से वह मुझसे बात नहीं कर रहे हैं।"
आरोपी ने एक अन्य डॉक्टर से की 30 लाख रुपये की ठगी
CCB के एक अधिकारी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ एक 68 वर्षीय डॉक्टर ने भी बेटे को नौकरी दिलाने के नाम पर 30 लाख की ठगी का मामला दर्ज कराया है। डॉक्टर ने शिकायत में बताया कि आरोपी ने अक्टूबर 2019 में उनके बेटे को BWSSB या BBMP में सहायक कार्यकारी इंजीनियर बनाने के नाम पर 75 लाख रुपये की मांग की थी। इस पर उसने उसे 30 लाख रुपये का भुगतान किया था, लेकिन नौकरी नहीं लगी।
आरोपी ने डॉक्टर को दी जान से मारने की धमकी
अधिकारी ने बताया डॉक्टर ने बेटे की नौकरी नहीं लगने पर जब आरोपी से पैसे वापस मांगे तो उसने सुपारी देकर उसकी हत्या कराने की धमकी दे दी। इससे डॉक्टर डर गया और उन्होंने पैसे मांगना बंद कर दिया। अब उन्होंने मामला दर्ज कराया है।
CCB कर रही है आरोपी के खिलाफ विभिन्न थानों में दर्ज मामलों की जांच
अधिकारी ने बताया कि आरोपी युवराज के खिलाफ विभिन्न थानों में दर्ज मामलों की जांच की जा रही है। CCB ने अब तक आरोपी के विभिन्न ठिकानों पर दबिश देकर 2.1 करोड़ रुपये की नकदी, दो महंगी कार और कुछ अहम दस्तावेज जब्त किए गए हैं। इसी तरह उसकी बेंगलुरू और उसके आस-पास स्थिति 26 संपत्तियों की पहचान की गई है और उनकी कुर्की के लिए जल्द ही कोर्ट में अपील की जाएगी। मामले की जांच जारी है।
यह है आरोपी युवराज की पूरी कहानी
CCB के अनुसार आरोपी युवराज मूल रूप से शिवमोगा का रहने वाला है। वह स्वयं को पिछले 35 सालों से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और भाजपा का समर्पित कार्यकर्ता बताता है। इसके अलावा वह खुद के राजनेताओं से अच्छे संबंध होने का भी दावा करता है। वह साल 2003 में मेडिकल और इंजीनियरिंग सीट दिलाने के मामले में गिरफ्तार हो चुका है। छह महीने जेल काटने के बाद उसने अपराध करने के लिए अपनी ऊंची पहुंच को जरिया बनाया था।